अतिवृद्धि (Hypertrophy) का मतलब अपने घटक कोशिकाओं के बढ़ने के कारण एक अंग या ऊतक के आयतन में वृद्धि हो जाती है।[1] यह अतिवर्धन (हाइपरप्लासिया) से अलग है , इस में कोशिकाओं लगभग एक ही आकार रहते हैं लेकिन संख्या में वृद्धि हो जाती है। अतिवृद्धि और हाइपरप्लासिया दो अलग प्रक्रिया है, वे अक्सर एक साथ होते हैं। जैसे कि गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल प्रेरित प्रसार और गर्भाशय की कोशिकाओं की वृद्धि के मामले में।

अतिवृद्धि कार्डियोमायोपैथी का मामला, हृदय की मांसपेशी का उमड़ना दिखाने का फोरेंसिक पोस्टमार्टम परीक्षा।

उत्केन्द्री अतिबृद्धि एक प्रकार है अतिबृद्धि जहां दीवारों और कक्ष खोखला अंग का विकास से गुजरते है जहा आकार और मात्रा बढ़ा रहे हैं। यह दिल के बाएं वेंट्रिकल के लिए विशेष रूप से लागू किया जाता है।[2]

  1. Hernandez, Richard; Kravitz, Len. "Skeletal muscle hypertrophy". www.unm.edu. मूल से 29 अक्तूबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 अक्तूबर 2016.
  2. Kusumoto, F. M. (2004), Cardiovascular Pathophysiology, Hayes Barton Press, पपृ॰ 20–22, आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-59377-189-8