अनीमा चौधरी (असमिया: ড৹ অনিমা চৌধুৰী , जन्म २८ फरवरी १९५३) असम के भारतीय पूर्वोत्तर राज्य के एक गायक हैं।[1] चार दशक से भी ज्यादा समय तक उनका संगीत कैरियर लोक और आधुनिक असमिया गाने पर केंद्रित है। उन्हें स्थानीय और राज्य स्तर के संगीत और सांस्कृतिक मान्यता से सम्मानित किया गया। उनके सबसे लोकप्रिय गीतों में से कुछ 'दिखू नोिर पायर', 'लॉग डायरेर कोठा ऐशिल' और 'ई प्राण गोपाल' हैं।

अनीमा चौधरी

जीवनी संपादित करें

चौधरी का जन्म २८ फरवरी १९५३ को हुआ था। उनके पिता नागोन में तैनात एक सरकारी अधिकारी थे। उन्होंने सुशील बनीजी के संगीत विद्यालय में संगीत में अपनी प्रारंभिक प्रशिक्षण प्राप्त कि। १९६३ में, जब उनके पिता का गुवाहाटी में स्थानांतरित हो गया, तब उन्होंने हिरेन शर्मा के शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षण शुरू कि।

चौधरी कॉटन कॉलेज, गुवाहाटी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की १९७२ में इतिहास में और परास्नातक भी।[2][3]

पुरस्कार संपादित करें

  • "जान दीमाली बोटा" २०१६ द्वारा जान प्रकाशन, बामुनीगांव, कामरूप, असम। सम्मान के रूप में उन्हें "लुइत वारिस" के रूप में सम्मानित किया गया है।
  • "डॉ उपेन काकोती सुवर्णी बोटा" २०१६ को दिरगाव केन्द्रया रंगली बिहु उत्सव द्वारा।
  • "सिक्खखध्वनी संमान" २०१६ द्वारा सिक्खखध्वनी सामाजिक संस्कृतिक मंच काहिलीपुर, गुवाहाटी।

संगीत में काम संपादित करें

असमिया आधुनिक गीत संपादित करें

  • असोरे बा
  • तेज़ीमोला एक्सरे ऐस
  • प्रीति स्मृति (वॉल्यूम I और ll)
  • स्मृति अनुपम
  • ऐ टोरु पुजार बेदी
  • हिया जुई
  • माधोई मालती
  • ईआई बोहोगोट
  • कोकल भंगी नाच
  • जान

लोकगीत संपादित करें

  • अमोल मोल
  • मनीकी माधुरी
  • सुरार जिंजिरी
  • प्राण गोपाल
  • मोहन कानैई
  • भक्ति सागर
  • बिन बोरगे

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Mirza, Abbas. ASSAM: The Natural and Cultural Paradise. Assam.
  2. Choudhury, Anima (1998). "Saivism in Assam". Proceedings of North East India History Association. Assam. पृ॰ 118.
  3. Choudhury, Anima (2007). "Saktism". Journal of the Assam Research Society. Assam. पृ॰ 89.