अनिल अवचट
अनिल अवचट (जन्म १९४४ मृत्यू २७ जानेवरी २०२२) एक भारतीय डॉक्टर, सामाजिक कार्यकर्ता और मराठी लेखक थे।
उनका जन्म १९४४ में पुणे जिले में हुआ था। उन्होंने फर्ग्युसन महाविद्यालय से अपनी शिक्षा पूरी की और बाद में १९६८ में पुणे के बी जे मेडिकल महाविद्यालय से उन्होने मेडिकल डिग्री प्राप्त की। अपनी पत्नी डॉ सुनंदा अवचट के साथ उन्होने पुणे में "मुक्तांगण", एक व्यसन मुक्ति केंद्र, शुरू किया। यहाँ पश्चिमी भारत के स्तर पर एक प्रशिक्षण और अनुसंधान केंद्र भी शुरू किया और महिलाओं के लिए अलग विभाग बनाया है। अपने मुक्तांगण और वहाँ के रोगियों के अनुभवों पर उन्होने मुक्तांगणाची गोष्ट और गर्द एसी दो किताबे लिखी है। इस सामाजिक कार्य के लिये उन्हे २०१३ में राष्ट्रपती प्रणब मुखर्जी द्वारा सम्मानीत किया गया।[1]
२०१० में अवचट के कहानी संग्रह सृष्टीत... गोष्टीत को साहित्य अकादमी पुरस्कार के मराठी बाल साहित्य पुरस्कार श्रेणी में सम्मानीत किया गया।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "President to honour Awachat on June 26" [राष्ट्रपति २६ जून को अवचत का सम्मान करेंगे]. dnaindia (अंग्रेज़ी में). १५ जून २०१३. अभिगमन तिथि ४ अगस्त २०१७.
- ↑ "बाल साहित्य पुरस्कार (2010-2016)". साहित्य अकादमी. १९ जुलाई २०१७. मूल से 2 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ४ अगस्त २०१७.