अनीश कपूर भारतीय मूल के एक ब्रितानी शिल्पकार हैं। इनका जन्म 1954 में मुम्बई में हुआ था। 1972 में वे ब्रिटेन चले गए जिसके बाद से यही उनका स्थायी निवास रहा है,वे जन्म से हिन्दू है लेकिन हिन्दू धर्म के अनुयायियों में खिलाफ लिखने की वजह से हमेशा न्यूज़ में बने रहते है, वे समय-समय पर भारत का दौरा करते रहते हैं। अनीश कपूर को 11 सितंबर 2001 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमलों में मारे गए ब्रितानी लोगों की याद में एक स्मारक बनाने का भी काम सौंपा गया है। क़रीब साढ़े 19 फुट की यूनिटी नामक इस आकृति को हनोवर चौक में स्मारक पार्क में प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा। हनोवर चौक न्यूयॉर्क के दो टॉवरों के नज़दीक है।

अनीश कपूर

कृतियां संपादित करें

वह विशालकाय और अदभुत आकृतियाँ बनाने के लिए जाने जाते हैं। उनकी कुछ ऐसी ही अनोखी आकृतियाँ ब्रिटेन के टेट मॉडर्न टर्बाइन हॉल और शिकागो के मिलेनियम पार्क में रखी हुई हैं।

प्रदर्शनियां संपादित करें

न्यूयॉर्क में प्रदर्शित हुआ आकाश दर्पण संपादित करें

  • दिनांक - 21 सितम्बर 2006

ब्रिटेन के मशहूर बुत तराश यानी शिल्पकार अनीश कपूर ने अपनी नई आकृति एक विशाल आकाश दर्पण के रूप में न्यूयॉर्क में प्रदर्शित की है। यह विशाल आकाश दर्पण स्टील की पारदर्शी पर्तों से बना है जिन पर पॉलिश किया गया है। भारतीय मूल के मूर्तिकार अनीश कपूर इस आकाश दर्पण को ब्रिटेन में अनेक स्थानों पर प्रदर्शित कर चुके हैं। इस आकाश दर्पण का व्यास दस मीटर यानी 33 फुट है और इसका वज़न 23 टन है। अपनी इस आकृति को न्यूयॉर्क के मैनहट्टन इलाक़े में प्रदर्शित करते हुए अनीश कपूर काफ़ी प्रसन्न नज़र आए।

मुंबई में जन्मे अनीश कपूर का कहना था, "अपनी किसी आकृति को यहाँ प्रदर्शित करना बिल्कुल डिज़्नीलैंड में प्रदर्शित करने जैसा है। यहाँ काफ़ी रौनक नज़र आती है।" उस इलाक़े में अनीश कपूर की यह आकृति क़रीब छह सप्ताह तक प्रदर्शित रहेगी। अनीश कपूर का कहना था कि यहाँ के बाद यह आकृति कहाँ प्रदर्शित की जाए इस बारे में काफ़ी विचार-विमर्श हुआ है। अनीश कपूर ने अनेक आकाश दर्पण बनाए हैं जिनमें से पहला ब्रिटेन के नॉटिंघम में प्रदर्शित हुआ था।

सम्मान संपादित करें

अनीश कपूर को अपनी शिल्प कला में महारत के लिए 1991 में टर्नर पुरस्कार मिल चुका है और 2003 में सीबीई भी बनाया जा चुका है।

स्रोत संपादित करें