अनु लोग

बृहत भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर निवासी आर्य समुदाय का एक समूह

अनु बृहत भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमोत्तर भाग में बसने वाले आर्य समुदाय का एक प्रमुख क़बीला था। इनका वर्णन ऋग्वेद १:१०८:८ और ८:१०:५ में मिलता है और दोनों जगहों पर उनका उल्लेख द्रुह्यु समुदाय के साथ आता है। ऋग्वेद के सातवे मंडल में अनु योद्धा पुरुओं द्वारा स्थापित उस मित्रपक्ष में थे जिन्होने दस राजाओं के युद्ध (दशराज्ञ युद्ध) में भारत क़बीले के राजा सुदास से जंग की थी जिसमें पुरुओं की हार हुई थी। इन श्लोकों में उनका नाम आनव के वृद्धि रूप में मिलता है। कुछ इतिहासकारों के अनुसार यह क़बीला परुष्णि नदी (रावी नदी) क्षेत्र में बसा हुआ था।[1] आगे चलकर सौवीर, कैकेय और मद्र क़बीले इन्ही आनवों से उत्पन्न हुए थे।[2]

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Macdonell, A.A. and Keith, A.B. 1912. The Vedic Index of Names and Subjects.
  2. Later Indo-Scythians, Sir Alexander Cunningham, Indological Book House, 1962, ... From Anu sprang the Anava tribes of the Sauviras, the Kaikeyas and the Madras, with the Yaudheyas and their kinsmen ...