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(जनवरी 2017) |
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अनेक मानुह अनेक ठाई आरु निर्जनता असमिया भाषा के विख्यात साहित्यकार बीरेश्वर बरुआ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 2003 में असमिया भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
अनेक मानुह अनेक ठाई आरु निर्जनता |
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[[चित्र:|]] अनेक मानुह अनेक ठाई आरु निर्जनता |
लेखक |
बीरेश्वर बरुआ |
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देश |
भारत |
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भाषा |
असमिया भाषा |