अपराध स्थान वह स्थान है जहां कोई अपराध हुए हो। अपराध स्थान जहां सबूत प्राप्त होते हैं, जो अपराध और अपराधी को जोडता है।[1] अपराध स्थान पर जांच पड़ताल अपराध दृश्य अन्वेषणकर्ता करता है। सबसे पहले अपराध स्थान को प्रतिबंधित किया जाता है कि कोई भी सबूत नस्ट न हो या उस सबूत को हटा न दे। पहले अपराध दृश्य अन्वेषणकर्ता एक पुलिस वाला होता है। पूरे अपराध स्थान का फोटो लिया जाता है। अपराधिक स्थान पर अन्वेषणकर्ता या कोई और व्यक्ति सबूत को अपनी स्थान से नहीं हटा सकता जब तक उसकी तस्वीर ना ली गई हो। अनधिकृत व्यक्ति को अपराधिक स्थान पर आने नहीं दिया जाता है। अपराध स्थान पर मिले हुए सबूतों को ध्यान से उठाया जाता है फिर उससे उतनी ही ध्यान से पैक किया जाता है कोई सबूत खराब ना हो जाये। अपराध दृश्य अन्वेषणकर्ता को खास ध्यान रखना पड़ता है कि कोई अनजान व्यक्ति अपराध स्थान पर ना आये या किसी भी वस्तु या सबूत को हाथ ना लगाएं।

अपराध के दृश्य के प्रकार संपादित करें

अपराध किसी भी समय और कही भी हो सकता है। अपराध सिर्फ घर की चार दिवारी में ही नहीं बल्की खुले आशमान के निचे भी हो सकता है। अपराध के दृश्य के तीन प्रकार है-

आउटडोर अपराध स्थल अपराध जो चार दिवारी के बहार हुआ हो जेसे की मेदान में या जंगल में। आउटडोर अपराध स्थल की छान बीन करना बहुत मुश्किल होता है। क्योंकी सबूत कराब होने के मोके जादा होते हैं। बारिश, धुल और गर्मी के करण सबूत करब हो जाते हैं।

इंडोर अपराध स्थल अपरध जो चार दिवारी के अन्दर हुआ हो जसे की घर में या फैक्ट्री में। इंडोर अपराध स्थल में छान बीन करना जादा मुश्किल नहीं होता है। क्योंकी वहाँ सबूत कराब या नष्ट होने के मोके जादा नहीं होते हैं।

वाहन अपराध स्थल वाहन अपराध स्थल वह है जिस में वाहन की चोरी हुए हो। यह अपराध स्थल में छान बीन करना मुश्किल होता है। कहा से कब चोरी हुआ और कहा जाके मिला है यह सब पता लगाना मुश्किल हो जाता है।

हिरासत में लेने की कड़ी संपादित करें

शुरु से ले कर मामला या केस ख़तम होने तक, उस पूरे मामले की प्रलेखन बनाई जाती है। हिरासत में लेने की कड़ी में यह होता है-

  • जो व्यक्ति सबूत उठा रहा है उसका नाम और जो उस सबूत से जुड़ा हुआ है उस का नाम।
  • जिस तारिक को सबूत उठाया है और आगे भेजा है।
  • एजेंसी का नाम, केस नंबर और अपराध किस तरह का है।
  • जो व्यक्ति केस मी शामिल है उसके नाम।
  • केस की तस्वीरे।
  • न्यायालय की प्रक्रिया।
  • केस का खत्म होने की तारिक और फ़ेसला।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Types of Crime Scene". मूल से 25 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अगस्त 2016.

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें

  1. U.S. Department of Justice (2013). Crime Scene Investigation: A Guide for Law Enforcement.
  2. Evidence Packaging: A How-to Guide" (PDF).
  3. Fisher, Barry A. J.; Fisher, David R. (2012). Techniques of Crime Scene Investigation. Boca Raton, FL: CRC Press.
  4. bioFORENSICS - Tools for forensic identification.