अपर्णा राव
जर्मन मानवविज्ञानी
अपर्णा राव (3 फरवरी, 1950 - 28 जून, 2005) एक जर्मन मानवविज्ञानी थीं,[1] जिन्होंने अफगानिस्तान, फ्रांस और भारत के कुछ क्षेत्रों में कई सामाजिक समूहों पर अध्ययन किया।
प्रारंभिक जीवन और परिवार
संपादित करेंराव का जन्म नई दिल्ली, भारत में हुआ था। उनके माता-पिता "भारत के राजनीतिक संघर्ष" में शामिल थे।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Guenther, Mathias (2007). "Current Issues and Future Directions in Hunter-Gatherer Studies". Anthropos. Nomos Verlagsgesellschaft mbH. 102 (2): 377. JSTOR 40389730.
They occupy what the German anthropologist Aparna Rao dubs the "peripatetic niche" (1993: 503-509) - and Alan Barnard (1993: 35) refers to as the san in any city.
- ↑ Bollig, Michael (June 2009). "Obituary for Aparna Rao (1950-2005)". Nomadic Peoples. 13 (1). मूल से 10 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि April 17, 2020 – वाया Questia.