अबू सईद गर्देजी
अबू सईद गर्देजी: गार्ज़ी या गुरदेज़ी (1061 ईस्वी में मृत्यु हो गई थी) (फारसी: ابوسعید عبدالحی بن ضحاک بن محمود گردیزی) एक फारसी भूगोलवेत्ता और 11 वीं शताब्दी की शुरुआत में गार्डेज़ (आधुनिक अफगानिस्तान) से इतिहासकार थे।[2].[3] इन्होंने जैन अल-अखबार को गजनाविद साम्राज्य के सुल्तान अब्दुल-रशीद की अदालत में लिखा था।.[4] फारसी में लिखे गए गार्ज़ी का कार्य मध्य एशिया और पूर्वी फारस और हंगरी का इस्लामी इतिहास है।
अबू सईद गर्देजी | |
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जन्म |
11th century (Julian) गरदेज़ |
मौत |
1061[1] |
नागरिकता | ग़ज़नवी साम्राज्य |
पेशा | भूगोलशास्त्री, इतिहासकार |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Abū Saʿīd ʿAbd al-Ḥayy ibn Ḍaḥḥāk ibn Maḥmūd al- Ǧardīzī".
- ↑ Bosworth, C. Edmund. "GARDĪZĪ, ABŪ SAʿĪD ʿABD-al-ḤAYY". ENCYCLOPÆDIA IRANICA. मूल से 17 नवंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 December 2016.
GARDĪZĪ, ABŪ SAʿĪD ʿABD-al-ḤAYY b. Żaḥḥāk b. Maḥmūd, Persian historian of the early 5th/11th century.
- ↑ Gardizi, W. Barthold, The Encyclopaedia of Islam, Vol.II, ed. B. Lewis, C. Pellat and J. Schacht, (Brill, 1991), p. 978.
- ↑ Historiography in the Sadduzai Era:Language and Narration, Senzil Nawid, Literacy in the Persianate World: Writing and the Social Order, ed. Brian Spooner and William Hanaway, (University of Pennsylvania Press, 2012), 235.