अब्दुल ग़नी लोन बड़े कश्मीरी नेता थे जिनकी 21 मई 2002 को श्रीनगर में हत्या कर दी गई थी। अब्दुल ग़नी लोन 1990 के बाद हुर्रियत कांफ्रेंस का हिस्सा बने, लेकिन अपने उदारवादी रुख के चलते कट्टरवादियों से उनकी अनबन रही।

उनके पुत्र सज्जाद लोन ने हुर्रियत से अलग होकर पीपल्स काँफ्रेंस पार्टी बनाई जिसके वे वर्तमान अध्यक्ष हैं। 2009 में वे स्वयं और 2014 में इनके उम्मीदवार लोकसभा चुनाव लड़े किंतु हार गए।