अमरत्व
अमर होने का वरदान।
यह पृष्ठ किसी भी श्रेणी में नहीं डाला गया है। कृपया इसमें श्रेणियाँ जोड़कर सहायता करें ताकि यह सम्बन्धित पृष्ठों के साथ सूचीबद्ध हो सके। (जून 2021) |
अमरत्व से तात्पर्य है अजरता व अमरता अर्थात् अमरत्व प्राप्त मनुष्य या प्राणी अब युगों, कालों तक जीवित रह सकता है । देवता व असुरों के द्वारा हुए सागर मंथन के दौरान भी समुद्र से अमृत की उत्पति हुई तथा जिसे देवताओं ने ग्रहण किया था। रामायण में जिस प्रकार भगवान श्री राम ने हनुमान,जामवंत व अन्य कई देवताओ को अमरता प्रदान की थी जिसके बाद वह अपने यथार्थ नारायण रूप के साथ अपने निज लोक को चले गए।