अमित शर्मा और पिंकी की प्रेम कहानी होती है बेल्हादेवी मंदिर से वो जून का महीना था गर्मी आपने चरम सीमा पर थी अमित देख रखे थे अपने जिस जीवन और मन ही मन सोच रहे थे की आखिर जिस जीवन साथी की तलास थी वो आज मेरे सामने बैठी है लेकिन पिंकी जी बहुत डरी थी और आखिरी उनका दोनो २३ अप्रैल २०२४ में शादी हो गई और वो दोनो कुशल जीवन व्यतीत करने लगे वो दोनो एक दूसरे को पके बहुत खुश है मानो जैसे जन्म से एक दूसरे के लिए बने हो हिन्दी[1][2]

अमित शर्मा जीवन गाथा

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  1. "जल्द आ रहा है टीवी सीरियल 'अमिता का अमित'". नवभारत टाइम्स. 15 जनवरी 2013. मूल से 8 अगस्त 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जून 2016.
  2. "Amita Ka Amit' to go off air" (अंग्रेज़ी में). डीएनए इंडिया. 17 अक्टूबर 2013. मूल से 11 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 जून 2016.

बाहरी कड़ियाँ

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