अमोढ़ा
यह भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले की हरैया तहसील में स्थित एक ग्राम पंचायत है ।
अमोढ़ा भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के बस्ती ज़िले की हरैया तहसील में स्थित एक ग्राम पंचायत है।[1][2]
अमोढ़ा ख़ास | |
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क़स्बा | |
निर्देशांक: 26°45′45″N 82°23′38″E / 26.7625985°N 82.3938621°Eनिर्देशांक: 26°45′45″N 82°23′38″E / 26.7625985°N 82.3938621°E | |
देश | भारत |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
जिला | बस्ती |
तहसील | हरैया |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 5,977 |
भाषा | |
• आधिकारिक | हिंदी |
समय मण्डल | IST (यूटीसी+5:30) |
पिन | 272127 |
टेलीफोन कोड | 05546 |
जनसंख्या
संपादित करेंवर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहाँ की कुल जनसंख्या 5,977 है।[3]
इतिहास
संपादित करेंपुराने समय में अमोढ़ा केवल गाँव नहीं था बल्कि एक एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय राज था जिसमें काफ़ी सारे गाँव आते थे।[4] अमोढ़ा चौदहवीं सदी में कायस्थ वंशीय राजाओं द्वारा शासित था। बाद में यहाँ सूर्यवंशी लोगों का शासन हुआ। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में यहाँ एक उल्लेखनीय लड़ाई हुई जिसमें ब्रिटिश हुकूमत की सेनाओं को अमोढ़ा में घेर लिया गया था और लगभग 400 से 500 लोग मारे गये।[5] डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अपनी आत्मकथा के शुरुआत में अपने पूर्वजों के बारे में लिखा है:
संयुक्त प्रांत में कोई जगह अमोढ़ा नाम की है। सुनते हैं कि वहाँ कायस्थों की अच्छी बस्ती है। बहुत दिन बीते वहाँ से एक परिवार निकलकर पूरब चला और बलिया में जाकर बसा। एक बड़े जमाने तक बलिया में रहने के बाद उस परिवार की एक शाखा उत्तर की ओर गई और आजकल के जिला सारन (बिहार) के जीरादेई गाँव में जाकर रहने लगी। दूसरी शाखा गया में जाकर बस गई। जीरादेई–शाखा के कुछ लोग थोड़ी ही दूर पर एक दूसरे गाँव में भी जाकर बस गए। जीरादेईवाला परिवार ही मेरे पूर्वजों का परिवार है। शायद जीरादेई में आनेवाले मेरे पूर्वज मुझसे सातवी या आठवीं पीढ़ी में ऊपर थे। जो लोग जीरादेई में आए थे, वे गरीब थे और रोजगार की खोज में ही इधर आ गए थे। चूँकि उस गाँव में कोई शिक्षित नहीं था और उन दिनों भी कायस्थ तो शिक्षित हुआ ही करते थे, इसलिए गाँव के लोगों ने उनको वहाँ रख लिया।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Villages & Towns in Harraiya Tehsil of Basti, Uttar Pradesh". Census2011.co.in. मूल से 10 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-04-16.
- ↑ News Desk, Harraiya Times. "Amodha – Chhawani : A Historical Place In Basti, Uttar Pradesh". Harraiya Times (अंग्रेज़ी में). मूल से 22 जुलाई 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 जुलाई 2023.
- ↑ "Amora Khas Village Population - Harraiya - Basti, Uttar Pradesh". Census2011.co.in. मूल से 17 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-04-16.
- ↑ Harivansh Rai Bachchan (19 July 2001). In the Afternoon of Time: An Autobiography. Penguin Books Limited. पपृ॰ 35–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5214-158-6. मूल से 16 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अप्रैल 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 5 फ़रवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 अप्रैल 2017.