अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका
अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका (Venus tablet of Ammisaduqa) (एनिमा अनु एनलिल पटलिका 63), शुक्र के खगोलीय प्रेक्षण के अभिलेख को संदर्भित करता है जो प्रथम सहस्राब्दी ईसा पूर्व से अनगिनत अंकन चाक पटलिकाओं के रूप में संरक्षित हुई चली आ रही है। माना गया है कि यह खगोलीय अभिलेख पहली बार सम्राट अम्मीसाडुका के शासनकाल के दौरान संकलित किए गए जो हाम्मुरबी के बाद के चौथे शासक थे। इस प्रकार, इस पाठ के मूल शायद मध्य सत्रहवीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास के लिए दिनांकित होने चाहिए।[1]
अम्मीसाडुका की शुक्र पटलिका | |
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सामग्री | चाक मिट्टी |
आकार | लंबाई: 17.14 सेमी (6.75 इंच) चौड़ाई: 9.2 सेमी (3.6 इंच) मोटाई: 2.22 सेमी (0.87 इंच) |
लेखन | अंकन |
काल | नव असीरियन |
स्थान | कौयुंजिक |
अवस्थिति | कक्ष 55, ब्रिटिश संग्रहालय, लंदन |
पंजीकरण | K.160 |
अभिलेख ने शुक्र के उदय के समयों तथा सूर्योदय व सूर्यास्त (शुक्र की सूर्य संबंधी उदयता और अस्तता) से पहले या बाद क्षितिज पर अपनी पहली और आखिरी दृश्यता को चंद्र तिथियों के रूप में दर्ज किया। ये प्रेक्षण 21 साल की अवधि के लिए दर्ज किए गए है।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Russell Hobson, THE EXACT TRANSMISSION OF TEXTS IN THE FIRST MILLENNIUM B.C.E., Published PhD Thesis. Department of Hebrew, Biblical and Jewish Studies. University of Sydney. 2009 PDF File Archived 2012-02-29 at the वेबैक मशीन
- ↑ John David North, Cosmos: an illustrated history of astronomy and cosmology., University of Chicago Press, 2008. p. 41. ISBN 0-226-59441-6