अयमान अल-जवाहिरी

मिस्र के चिकित्सक, इस्लामी धर्मशास्त्री और अल-कायदा के नेता (1951–2022)

अयमान अल जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 को मिस्र के एक संपन्न परिवार में हुआ था। जवाहिरी पेशे से सर्जन था। 14 साल की उम्र में वह मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया। जवाहिरी ने ओसामा बिन लादेन के साथ मिलकर अमेरिका पर 11 सितंबर 2001 को भयावह आतंकी हमले (9/11) की साजिश रची थी|[1]

यमान अल-जवाहिरी को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) ने 31 जुलाई 2022 को ड्रोन हमले में मार गिराया[2] | अल- जवाहिरी 71 साल का हो गया था। अमेरिका ने इसे भी ओसामा बिन लादेन की तरह स्ट्राइक करके मारा। जवाहिरी को अफगानिस्तान के काबुल में ड्रोन अटैक से मारा गया।

व्यक्तिगत जीवन संपादित करें

अयमान अल-जवाहिरी का जन्म 19 जून 1951 में मिस्र के गिजा में हुआ था। जवाहरी ने मिस्र के कैरो यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की। वह टॉप सर्जन माना जाता था। जवाहिरी के घर में कई लोग डॉक्टर और रिसर्च स्कॉलर हैं। अरबी और फ्रेंच बोलने वाले जवाहिरी ने साल 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय की फिलॉसफी छात्रा अजा नोवारी से शादी कर ली। 2001 में अमेरिकी सेना के एक ऑपरेशन में अजा और उसके तीन बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद उसने उमैमा हुसैन से दूसरी शादी की। जिससे जवाहिरी के सात बच्चे हुए। इसमें फातिमा, उमायमा, नाबिला, खडिगा, मोहम्मद, आयशा और नव्वर शामिल हैं।

उग्रवादी गतिविधि संपादित करें

जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का गठन किया था। इस संगठन ने 1970 के दशक में मिस्र में सेक्युलर शासन का विरोध किया। उसकी मांग थी कि मिस्र में इस्लामिक सरकार कायम हो। साल 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के बाद जवाहिरी को गिरफ्तार किया गया। मिस्र में तीन साल जेल में रहने के बाद वह सऊदी अरब भाग गया और यहां पर मेडिसिन विभाग में प्रैक्टिस करने लगा।

लादेन से मुलाकात संपादित करें

सऊदी में ही अल जवाहिरी की मुलाकात अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन से हुई। दोनों के विचार एक जैसे थे। दोनों में खूब बनी। 2001 में अल जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद का विलय अलकायदा में कर दिया। इसके बाद अलकायदा के जरिए पूरी दुनिया में आतंक फैलाने लगा| जवाहिरी ने अमेरिकी हमले में ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद संगठन की कमान अपने हाथ में ली थी। 2011 में वह अलकायदा का सरगना बन गया था। दुनियाभर में कई जगह हुए आतंकी हमलों के पीछे उसका हाथ माना जाता है। 11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने चार कमर्शियल प्लेन हाइजैक किए थे। इनमें से दो प्लेन वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के नॉर्थ और साउथ टावर से टकरा दिए गए थे। इस हमले में 93 देशों के 2,977 लोग मारे गए थे। हमला आतंकी संगठन अलकायदा ने किया था। इसकी साजिश ओसामा बिन लादेन और अल-जवाहरी ने ही रची थी।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "अयमान अल-जवाहिरी: पेशे से सर्जन, सऊदी में लादेन से पहली मुलाकात... फिर ऐसे बना अलकायदा चीफ". आज तक (hindi में). 2022-08-02. अभिगमन तिथि 2022-08-02.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  2. "आतंक पर बड़ी चोट, CIA ने ड्रोन स्ट्राइक में अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को मारा". आज तक (hindi में). 2022-08-02. अभिगमन तिथि 2022-08-02.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)