अय्यार
अय्यार (फ़ारसी व अरबी: عیار, अंग्रेज़ी: Ayyār) मध्यकालीन (९वीं सदी से १२वीं सदी ईसवी) इराक़ और ईरान में एक प्रकार के योद्धा को कहते थे। एक ओर इन्हें बहादुर समझा जाता था और युद्धों में इनका प्रयोग किया जाता था लेकिन दूसरी ओर इन्हें आवारा, बदमाश और लफ़ंगा भी समझा जाता था जो शराब और जुए के अड्डों में और वेश्याओं के पास भी जाया करते थे।[1][2]
जवानमर्दी और फ़ुतुव्वा
संपादित करेंअन्य समाजों की तरह, मध्यकालीन ईरान और अरब इलाक़ों में युवकों के लिए कुछ मर्दानगी और वीरता के कुछ आदर्श थे। इन्हें फ़ारसी-भाषी क्षेत्रों में जवान-मर्दी (javanmardi) और अरबी-भाषी क्षेत्रों में 'फ़ुतुव्वा' (futuwwa) कहा जाता था। 'फ़ता' अरबी में 'जवान आदमी' के लिए शब्द है इसलिए 'जवानमर्दी' और 'फ़ुतुव्वा' का एक ही अर्थ है। अय्यारों के लिए इन आदर्शों का पालन करना ज़रूरी माना जाता था।[3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Sufism and the Way of Blame: Hidden Sources of a Sacred Psychology, Yannis Toussulis, Ph.D, pp. 84, Quest Books, 2011, ISBN 978-0-8356-0864-0, ... He is a free-spirited vagabond (Pers. ayyar) who frequents the kharabat (ruins), a term referring to 'a tavern, a gambling-house or a brothel' ...
- ↑ Conflict and Conquest in the Islamic World: A Historical Encyclopedia Archived 2016-06-22 at the वेबैक मशीन, Alexander Mikaberidze, pp. 978, ABC-CLIO, 2011, ISBN 978-1-59884-336-1, ... 'Ayyar Lit. “rascal, tramp, vagabond.” A term used for the members of an organization grouped under the concept of futuwwa (chivalry), especially the highway warriors active in Iraq and Iran from the 9th to the 12th centuries ...
- ↑ Martial Arts of the World: An Encyclopedia of History and Innovation Archived 2017-03-08 at the वेबैक मशीन, pp. 364, ABC-CLIO, 2010, ISBN 978-1-59884-244-9, ... In Persian, this code is called javanmardi (principles of young men). Javanmardi has many similarities to the Arabic concept of futuwwa (from fata, pl. fityan: young men) ...