अरक्षितता (अंग्रेज़ी:Vulnerability) किसी प्रणाली या इकाई की उस असक्षमता को कहा जाता है जिससे कि वह किसी प्रतिकूल वातावरण के प्रभाव को सह नहीं सकता है। अरक्षितता की खिड़की (window of vulnerability - WOV) वह समय सीमा है जिसमें कि आत्मरक्षा के पैमाने कम से कम हो जाते हैं, या ढीले पड़ जाते हैं या खो जाते हैं।[उद्धरण चाहिए]

सामाजिक और वातावरण की अरक्षितता एक प्रणाली-संबंधी विधि की समझ के रूप में उन सभी वंचित समूहों के जोखिमों और परिसंपत्तियों का अध्ययन है जैसे कि वयोवृद्ध लोग। अरक्षितता-प्रणाली खुद अपने साथ सामाजिक नीति और जराविज्ञान को योजनाबद्ध करने के कई महत्वपूर्ण अपेक्षाओं को लाता है।[1].[2]

सामान्य अनुप्रयोग संपादित करें

संकट और आपदाओं जैसी स्थितियों में अरक्षितता एक ऐसी संकल्पना है जो लोगों को उनके वातावरण से सामाजिक शक्तियों और संस्थानों अथवा लोगों के सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ती है जो उन्हें थामते भी हैं और उन्हें चुनौती भी देते हैं। "अरक्षितता की संकल्पना आपदाओं की बहु-लक्षित दिशाओं को अभिव्यक्त करती है जिससे ध्यान उन सम्बंधों की संपूर्णता पर केन्द्रित होता है जो किसी सामाजिक परिस्थिति से उत्पन्न होते हैं इस शर्त के साथ कि वातावरण की शक्तियों के साथ मिलकर कोई आपदा सामने आती है।"[3]

यह वह सीमा भी होती है जो किसी प्रणाली को ठेस पहुँचाती है, या जिससे कोई समुदाय संकट के प्रभाव से परेशान हो सकता है या हमला किए जाने या हानि की संभावना से जूझता है, जो या तो शारिरिक होते हैं या भावनात्मक हो सकते हैं, जिन पर यह कह सकता है कि "हम अरक्षित परिस्थिति में थे।"

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Sanchez-Gonzalez, D.; Egea-Jimenez, C. (2011). "Social Vulnerability approach to investigate the social and environmental disadvantages. Its application in the study of elderly people". Pap. poblac. 17(69): 151-185.
  2. Sanchez-Gonzalez, D (2015). "Physical-social environments and aging population from environmental gerontology and geography. Socio-spatial implications in Latin America"". Revista de geografía Norte Grande. 60: 97-114. डीओआइ:10.4067/S0718-34022015000100006.
  3. Bankoff, Greg; एवं अन्य (2004). Mapping Vulnerability: Disasters, Development and People. London: Earth scan.