अरुण प्रकाश (साहित्यकार)
अरुण प्रकाश (18 जुलाई 1948 – 18 जून 2012) हिंदी के जाने-माने कथाकार और पत्रकार थे।[1] उनका कहानी संग्रह 'भैया एक्सप्रेस' काफी चर्चित हुआ।[2]
आरंभिक जीवन
संपादित करेंअरुण प्रकाश का जन्म 22 फ़रवरी 1948 को बेगूसराय (बिहार) के निपनियां गांव में हुआ था।
कार्यक्षेत्र
संपादित करेंअरुण प्रकाश हिन्दी कहानी, पत्रकारिता व अनुवाद क्षेत्र से जुड़े रहे। उन्होंने ने दूरदर्शन की बहुचर्चित टीवी सांस्कृतिक पत्रिका ‘परख’ के करीब 450 एपीसोड लिखे थे और वह साहित्य अकादमी की साहित्यिक पत्रिका ‘समकालीन भारतीय साहित्य’ के संपादक रहे।
प्रकाशित कृतियाँ
संपादित करें- कहानी संग्रह : भैया एक्सप्रेस, जलप्रांतर, मँझधार किनारे, लाखों के बोल सहे, विषम राग
- उपन्यास : कोंपल कथा
- कविता संकलन : रात के बारे में
सम्मान
संपादित करें- साहित्यकार सम्मान, हिन्दी अकादमी; दिल्ली
- कृति पुरस्कार, हिन्दी अकादमी; दिल्ली
- रेणु पुरस्कार, बिहार शासन
- दिनकर सम्मान
- सुभाष चन्द्र बोस कथा सम्मान
- कृष्ण प्रताप स्मृति कथा पुरस्कार
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "साहित्यकार अरुण प्रकाश का निधन". एनडीटीवी इंडिया. अभिगमन तिथि 2021-07-13.
- ↑ "कथाकार अरुण प्रकाश का लंबी बीमारी के बाद निधन". नवभारत टाइम्स. अभिगमन तिथि 2021-07-13.
बाहरी कडियाँ
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