अर्नेस्टो सिसैरा
अर्नेस्टो सिसैरा (Ernesto Cesàro; १२ मार्च १८५९ – १२ सितम्बर १९०६) इतालवी गणितज्ञ थे जिन्होंने अवकल ज्यामिति के क्षेत्र में कार्य किया। यह उनका सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान था जिसका वर्णन उन्होंने ज्यामिति के बारिकियों पर १८९० में लिखी अपनी पुस्तक में किया था। इस कार्य में वक्रों का वर्णन भी समाहित जिन्हें आज सिसैरा के नाम से नामकरण किया जाता है।[1]
अर्नेस्टो सिसैरा | |
---|---|
जन्म |
12 मार्च 1859 नापोलि, इटली |
मृत्यु |
सितम्बर 12, 1906 तोर्रे अन्नुनसियात, इटली | (उम्र 47)
राष्ट्रीयता | इतालवी |
क्षेत्र | गणित |
सिसैरा का जन्म नापोलि में हुआ। उन्हें अपसारी श्रेणी के संकलन के लिए अपनी औसत विधि के लिए जाना जाता है जिसे अब सिसैरा माध्य के नाम से भी जाना जाता है।
सिसैरा द्वारा रचित पुस्तकें संपादित करें
- Lezioni di geometria intrinseca (Naples, 1896) ISBN 1-4297-0344-X (trans. into German under the title Vorlesungen über natürliche Geometrie; 1901, 1st edn.; 1926, 2nd edn. trans. and with an appendix by Gerhard Kowalewski)[2]
- Elementi di calcolo infinitesimale con numerosi applicazioni geometriche (L. Alvano,Naples, 1905) ISBN 1-4297-0178-1
- Corso di analisi algebrica con introduzione al calcolo infinitesimale (Bocca, Torino, 1894) ISBN 1-4297-0100-5
सन्दर्भ संपादित करें
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 3 मार्च 2015.
- ↑ (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
बाहरी कड़ियाँ संपादित करें
- ओ'कॉनर, जॉन; रॉबर्टसन, एडमण्ड, "अर्नेस्टो सिसैरा", मैक्ट्यूटर हिस्ट्री ऑफ़ मैथेमैटिक्स, युनिवर्सिटी ऑफ़ सैंट एण्ड्रूज़.