अलका बेओत्रा
डॉ॰ अलका बेओत्रा (अँग्रेजी: Dr. Alka Beotra) भारतीय महिला को विश्व डोपिंग रोधी वैज्ञानिक संघ (WAADS) के कार्यकारी समिति की सदस्य हैं। 13 मार्च, 2015 को उन्हें इस पद हेतु नामित किया गया। वे संघ के 6 सदस्यीय कार्यकारी समिति में नामित होने वाली एक मात्र एशियाई महिला हैं। वर्तमान में डॉ॰ अलका युवा कार्य और खेल मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय डोप परीक्षण प्रयोगशाला की वैज्ञानिक निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।[1]
करियर
संपादित करेंअलका ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से 1977 में परास्नातक तथा 1981 में पीएच.डी. में करने के बाद फरवरी 1982 से मार्च 1990 तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली के फार्माकोलॉजी विभाग में पूल ऑफिसर और रिसर्च ऑफिसर के पद पर काम किया। तत्पश्चात मार्च 1990 में वे भारतीय खेल प्राधिकरण के डोप नियंत्रण केंद्र में वैज्ञानिक के पद पर नियुक्त हुईं और उसके बाद एथलीटों की दवा के परीक्षण कार्य से जुड़ी। वे मार्च 2002 से अगस्त 2009 तक डोप परीक्षण प्रयोगशाला नई दिल्ली में उप वैज्ञानिक निदेशक तथा पदोन्नति के पश्चात सितंबर 2009 से लगातार वैज्ञानिक निदेशक के पद पर कार्यरत हैं। उन्हें डोप परीक्षण प्रयोगशाला में काम करने का 24 साल का अनुभव है। तीन वर्ष की अवधि के लिए मार्च 2015 से वे एंटी डोपिंग वैज्ञानिकों (WAADS) की वर्ल्ड एसोसिएशन के कार्यकारी बोर्ड की सदस्य नामित हुयी है। [2]
वे 1999 से लगातार इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन (IASM) में विभिन्न पदों पर कार्य कर चुकी हैं। वर्तमान में वे इंडियन एसोसिएशन ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में उपाध्यक्ष हैं और खेल चिकित्सा एशियाई फेडरेशन के डोपिंग आयोग की सदस्य हैं।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Symposium Speaker" [संगोष्ठी अध्यक्ष] (अंग्रेज़ी में). मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 अप्रैल 2015.
- ↑ "Dr. Alka Beotra becomes Member of the Executive Board of WAADS" [डॉ अलका बेओत्रा बनीं भारतीय महिला को विश्व डोपिंग रोधी वैज्ञानिक संघ के कार्यकारी बोर्ड की सदस्य] (अंग्रेज़ी में). 13 मार्च 2015. मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 अप्रैल 2015.
- ↑ "डॉ॰ अलका बेओत्रा डब्ल्यूएएडीएस के कार्यकारी बोर्ड की सदस्य बनी". 13 मार्च 2015. मूल से 5 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 अप्रैल 2015.