अलीपुर बम प्रकरण (या, मुरारीपुकुर षड्यंत्र, या मणिकटोला बम काण्ड) सन 1908 में अंगरेजी शासन द्वारा चलाया गया एक आपराधिक मुकद्दमा जिसमें अनुशीलन समिति के कई भारतीय राष्ट्रवादियों पर "ब्रिटिश राज के विरुद्ध युद्ध" के आरोप में मुकदमा चला। यह मुकदमा मई १९०८ से मई १९०९ के बीच कोलकाता के अलीपुर सेसन न्यायालय में चला जिसमें [[अरवि न्द घोष]], उनके भाई बारिन घोष एवं ३७ अन्य बंगाली राष्ट्रवादियों को आरोपी बनाया गया था।इन दोषियों की वकालत चित्तरंजन दास ने किया।