अलौकिक ड्रामा या अलौकिक नाटक फैंटेसी का उप-प्रकार है जिसमें अलौकिक गल्पड्रामा के तत्वों का संयोजन होता है। यह शैली भूत और अन्य असाधारण विषयों के साथ संबंधित है, लेकिन हॉरर शैली के साथ संबद्ध रखने वाले स्वर और भय के बिना। अलौकिक ड्रामा की कहानी हमेशा जादू या अस्पष्टीकृत घटना के आसपास केन्द्रित होती है, जिसे विज्ञान के सिद्धांतों से तार्किक नहीं करा जा सकता, परन्तु उसका पॅगन या अलौकिक स्पष्टीकरण होता है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Scopello, Maddalena (2006). The Gospel of Judas in context. ब्रिल. पृ॰ 257. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9004167218.