अल्बैर कामू
अल्बैर कामू (१९१३-१९६०) एक फ्रेंच लेखक, दार्शनिक एवम पत्रकर थे जिन्हें 44 साल कि उम्र में 1957 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके कुछ प्रख्यात रचनओ में शामिल है दी स्त्रंजेर, दी प्लेग, दी फाल एवम दी मिथ ओफ सिसिफुस |
व्यक्तिगत जानकारी | |
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जन्म | 7 नवम्बर 1913 फ्रांस के तत्कालीन उपनिवेश अल्जीरिया (अफ्रीका) का मांडोवी नामक नगर |
मृत्यु | 4 जनवरी 1960 विलब्लेविन, फ्रांस | (उम्र 46 वर्ष)
वृत्तिक जानकारी | |
युग | 20वीं सदी दर्शन |
क्षेत्र | पाश्चात्य दर्शन |
विचार सम्प्रदाय (स्कूल) | निरर्थकतावाद अस्तित्ववाद अराजकतावाद |
मुख्य विचार | नीतिशास्त्र, मानविकी, न्याय, राजनीति |
प्रभावित
माइकल उनफ्रे
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जीवन परिचय
संपादित करेंकामू का जन्म 7 नवंबर, 1913 को फ्रांस के तत्कालीन उपनिवेश अल्जी़रिया के मांडोवी नामक नगर में हुआ था।
फुटबाल प्रेम
संपादित करेंविचारधारा
संपादित करें==साहित्य सृजन== नाटक- न्यायप्रिय
कृतियां
संपादित करेंThe Myth of Sisyphus (मिथ ऑफ़ सिसिफ़स)
सन्दर्भ
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
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