अवस्था आरेख
अवस्था आरेख या 'स्थिति आरेख' या 'स्टेट डायग्राम' (state diagram) आंकिक एलेक्ट्रॉनिकी, संगणक विज्ञान एवं संबन्धित क्षेत्रों में प्रयुक्त एक महत्वपूर्ण आरेख है जो किसी लॉजिकल प्रणाली की एक अवस्था से दूसरी अवस्था में जाने की शर्तों आदि को प्रदर्शित करती है। इसके लिये जरूरी है कि संबन्धित प्रणाली सीमित अवस्थाओं वाली हो। अवस्था आरेख के कई रूप हैं और उनमें थोड़ा-बहुत अन्तर होता है।
अवस्था आरेख और फ्लो-चार्ट की तुलना
संपादित करेंप्रायः अवस्था आरेख से नवपरिचितों को स्टेट डायग्राम और फ्लो-चार्ट में भ्रम हो जाता है। नीचे के चित्र में दोनों की तुलना दी गयी है। स्टेट मशीन की क्रियाएं किन्हीं स्पष्ट घटनाओं के कारण होती हैं जबकि फ्लो-चार्ट में एक काम समाप्त होने पर दूसरा काम स्वतः आरम्भ हो जाता है।
स्वरूप की दृष्टि से भी दोनों में अन्तर है। अवस्था आरेख में 'चाँप' (arcs) प्रसंस्करण या ट्रांजिशन (transitions) को निरूपित करते हैं जबकि फ्लो-चार्टों में प्रसंस्करण खानों (vertices) से संबन्धित है। जब तक कोई घटना नहीं होती तब तक स्टेट मशीन निष्क्रिय (idle) बनी रहती है जबकि किसी 'नोड' में स्थित होने पर फ्लो-चार्ट अपने काम में व्यस्त रहती है।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Introduction to UML 2 State Machine Diagrams by Scott W. Ambler
- UML 2 State Machine Diagram Guidelines by Scott W. Ambler
- Intelliwizard - UML StateWizard - A ClassWizard-like round-trip UML dynamic modeling/development framework and tool running in popular IDEs under open-source license.
यह लेख एक आधार है। जानकारी जोड़कर इसे बढ़ाने में विकिपीडिया की मदद करें। |