अहमद इब्न खालिद अल-नासिरि
अबू अल-अब्बास अहमद इब्न खालिद अल-नासिरि अल-सलावी (जन्म: 1834-1897), मोरक्को में हुआ था और इन्हें 19वीं शताब्दी का सबसे बड़ा मोरक्कन इतिहासकार माना जाता था।[3] वह एक प्रमुख विद्वान और परिवार के सदस्य थे जिन्होंने 17 वीं शताब्दी में नासिरिया सूफी आदेश की स्थापना की थी। इन्होंने मोरक्को का एक महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय इतिहास लिखा: किताब अल-इस्ताइका ली-अखबार दुवल अल-मगरीब अल-अक्सा।[4] काम 19वीं शताब्दी के अंत तक इस्लामी विजय से मोरक्को और पश्चिम इस्लामी का एक सामान्य इतिहास है।
अहमद इब्न खालिद अल-नासिरि | |
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जन्म |
20 अप्रैल 1835[1] साले |
मौत |
13 अक्टूबर 1897[1] साले |
नागरिकता | मोरक्को[2] |
पेशा | इतिहासकार |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ https://catalogue.bnf.fr/ark:/12148/cb14550497x. अभिगमन तिथि 10 अक्टूबर 2015. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ स्वीडन राष्ट्रीय पुस्तकालय. 18 सितंबर 2012 https://libris.kb.se/xv8b5sdg04fzc4q. अभिगमन तिथि 24 अगस्त 2018. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ David Robinson, Jean-Louis Triaud, Ghislaine Lydon, Le temps des marabouts: itinéraires et stratégies islamiques en Afrique occidentale francaise v. 1880-1960, p. 136, Paris: Karthala editions, 1997, Islam and state ISBN 2-86537-729-6
- ↑ New annotated edition in 8 volumes, Keta Books, 2002
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- M. Th. Houtsma, E.J. Brill's first encyclopaedia of Islam, 1913-1936, Volume 1, BRILL, 1993, p. 468-9, entry "Al-Slawi" [1] (retrieved on August 9, 2010)