आइन्स्टाइन वलय

यह एक स्त्रोत (जैसे आकाशगनगा य तारे) से प्रकाश की विरूपन् है, जिसेसे किसी वस्तू द्वारा एक बदे पैमान

किसी स्रोत से (जैसे, किसी गैलेक्सी या किसी तारे से) आने वाला प्रकाश जब विरूपित होकर एक वलय (रिंग) के रूप में दिखता है जिसे आइन्स्टाइन वलय (Einstein ring या Einstein–Chwolson ring या Chwolson ring) कहते हैं। ऐसा तब होता है जब स्रोत से निकला प्रकाश किसी अति-द्रव्यमान वाले आकाशीय पिण्ड से होकर गुजरता है जैसे दूसरी गैलेक्सी या कृष्ण विवर (ब्लैक होल)। इस अति-द्रव्यमान वाले पिण्ड के कारण एक प्रकार की गुरुत्वीय लेंसिंग हो जाती है।

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