आईएनएस विक्रांत (२०१३)
आई॰एन॰एस॰ विक्रान्त, जिसे आई॰ए॰सी-1 के नाम से भी जाना जाता है, भारत में बना पहला विमान वाहक जहाज है (प्रोजेक्ट-71)।[1][2] यह 2009 से कोच्ची में बनना आरम्भ हुआ।
आई॰एन॰एस॰ विक्रान्त | |
देश ( भारत) | |
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नाम: | आई॰एन॰एस॰ विक्रान्त |
स्वामी: | भारतीय नौसेना |
Operator: | भारतीय नौसेना |
निर्माता: | कोचिन शिपयार्ड |
निर्दिष्ट: | 28 फरवरी 2009 |
लांच: | 2013 |
विनियुक्त: | 2 सितम्बर, 2022 |
Motto: | जयेम सं युधि स्पृध: |
सामान्य विशेषताएँ | |
वर्ग एवं प्रकार: | युद्धपोत |
प्रकार: | विमान वाहक |
टनधारिता: | 44,000 tons |
विस्थापन: | 44,000 टन |
लम्बाई: | २६२ m overall |
बीम: | ६२.0 m |
Draught: | ८,४ मीटर |
प्रणोदन: | 2 शाफ़्ट, 4 जनरल इलेक्ट्रिक एल एम 2500+ गैस टर्बाइनें, 80 मेगावाट (कुल) |
चाल: | 28 नॉट (52 किमी/घंटा) |
धारिता: | 9200 miles at 18 knots |
अस्र-शस्र: |
4 × ओतोब्रेदा 76 मिमि (3 इंच) तोपें dual purpose बराक 1 और बराक 8 सता से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (2 x 32 cells VLS) एके-630 सीआईडब्ल्यूएस ("सीविस") |
Aircraft carried: |
26 मिकोयान मिग-29के या एचएएल तेजस 10 x कामोव केए-31 वेस्टलैंड सी किंग और एचएएल ध्रुव |
हालाँकि इसका बनना फरवरी 2009 में आरम्भ हुआ, लेकिन इसकी बनावट इत्यादि 1999 से ही तैयार किये जाने लगे। यह 29 दिसम्बर 2011 को पहली बार तैरा।[2]
नाम
संपादित करेंविक्रांत नाम संस्कृत के विक्रांतः,शब्द से लिया गया है जिसका हिन्दी में अर्थ "साहसी" ( शाब्दिक अर्थ "बाधाओं/सीमाओं के पार जाना") है। [3][4]
बनावट
संपादित करेंयह एक आधुनिक विमान वाहक पोत है जिसका वजन लगभग ४०,००० मीट्रिक टन है।[2][5][3] यह STOBAR संरचना वाला विमानवाही पोत है। इसे दो शाफ्टों पर मौजूद चार जनरल इलेक्ट्रिक एल एम २५००+ गैस टर्बाइनें उर्जा देती/चलाती है। ये गैस टर्बाइनें ८० मेगावाट (१,१०,००० अश्वशक्ति) पैदा करतीं है।
यह 262 मीटर (860 फीट) लंबा और 60 मीटर (200 फीट) चौड़ा है। इसमें स्की-जंप के साथ एक STOBAR कॉन्फ़िगरेशन है। इसे मिग २९ के और अन्य हल्के लड़ाकू विमानों के संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।[3] यह लगभग तीस विमानों तक के एक हवाई समूह को ले जाएगा, जिसमें लगभग २५ 'फिक्स्ड-विंग' लड़ाकू विमान शामिल होंगे, मुख्य रूप से मिग-२९के, इसके अलावा १० कामोव का३१ या वेस्टलैंड सी किंग हेलिकॉप्टर ले जाए जा सकते हैं । कामोव का-31 एयरबोर्न अर्ली वार्निंग (AEW) भूमिका को पूरा करेगा और सी किंग, पनडुब्बी रोधी युद्ध (ASW) क्षमता प्रदान करेगा।
देंखे
संपादित करेंसंदर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अप्रैल 2018.
- ↑ अ आ इ "संग्रहीत प्रति". मूल से 4 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अप्रैल 2018. सन्दर्भ त्रुटि:
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अमान्य टैग है; ":0" नाम कई बार विभिन्न सामग्रियों में परिभाषित हो चुका है - ↑ अ आ इ CNN, By Harmeet Shah Singh. "India unveils home-built aircraft carrier, INS Vikrant". CNN. मूल से 22 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-11-03.
- ↑ SanskritToday (2016-01-11). "Bhagvadgita 1-6, श्रीमद्भगवद्गीता १-६". Sanskrit.Today (अंग्रेज़ी में). मूल से 23 अप्रैल 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-11-03.
- ↑ मॉनिटरिंग, विकास पांडे और सूज़ी लिडस्टर बीबीसी. "'विक्रांत' पर विश्लेषकों की अलग-अलग राय". BBC News हिंदी. मूल से 4 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-09-14.