औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान
भारत में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भारत सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के अधीन चलाये जाने वाले प्रशिक्षण संस्थान हैं जिनमें प्रशिक्षुओं को तकनीकी कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण योजना
संपादित करेंहस्तशिल्पी प्रशिक्षण योजना
संपादित करेंप्रशिक्षण महानिदेशक ने (DGT) ने १९५० में हस्तशिल्पी प्रशिक्षण योजना (Craftsmen Training Scheme) आरम्भ की[1] प्रशिक्षण की अवधि विभिन्न विधाओं में ६ मास से लेकर २ वर्ष तक की होती है। इन पाठ्यक्रमों के लिए शैक्षणिक योग्यता ८वीं उत्तीर्ण से लेकर १२वीं उत्तीर्ण होती है। प्रशिक्षण के पश्चात प्रशिक्षु अखिल भारतीय ट्रेड टेस्ट (AITT) नामक परीक्षा देते हैं तथा इसमें सफल प्रशिक्षुओं को राष्ट्रीय ट्रेड प्रमाणपत्र (NTC) प्रदान किया जाता है।[2]
प्रवेश
संपादित करेंविभिन्न ट्रेडों में प्रवेश प्रतिवर्ष अगस्त माह में लिया जाता है किन्तु प्रवेश-प्रक्रिया इससे पहले ही आरम्भ हो जाती है। NCVT के दिशानिर्देशों के अनुसार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश मेरिट के आधार पर दिया जाता है या लिखित प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर। निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में सीधे भर्ती ले ली जाती है।[3]
- आईटीआई ऑनलाइन परीक्षा
कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय प्रशिक्षण महानिदेशालय DGT के अनुसार सत्र-2020 से आटीआई की परीक्षा ऑनलाइन होगी। NCVT - exam 2020 के लिए CTS स्किम के अंतर्गत आने वाली सभी ट्रेड का ऑनलाइन परीक्षा करने के लिए विभाग ने दिशा-निर्देश दे दिया है जिस कारण आगामी परीक्षा कंप्यूटर बेस टेस्ट (CBT) के द्वारा ही आयोजित की जायगी। आईटीआई में ऑनलाइन का आयोजन NCVT-नई दिल्ली द्वारा करवाया जाता है जो श्रम मंत्रालय के अंतर्गत आता है।
ट्रेड
संपादित करेंइस योजना के अन्तर्गत संचालित कुछ ट्रेडों के नाम नीचे दिए गए हैं-
इंजीनियरी तथा गैर-इंजीनियरी ट्रेड:
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इन्हें भी देखें
संपादित करेंबाहरी कड़ियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जनवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2019.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2019.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जनवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 7 मई 2019.