आऊ (अंग्रेजी : Aau) एक ग्राम पंचायत तथा तहसील है जो भारतीय राज्य राजस्थान तथा जोधपुर ज़िले में स्थित है।

'आऊ' एक पंचायत समिति तथा तहसील है जिसका कार्यालय नागौर रोङ पर पुलिस चौकी के पास है "आऊ" पंचायत समिति में 20 ग्राम पंचायते शामिल है जिसमें आऊ गांव की 4 विभाजित ग्राम पंचायते शामिल है-

  1. आऊ
  2. लक्ष्मण नगर (पन्नाणी)
  3. श्री कृष्ण नगर (पन्नाणी)
  4. रामनगर
  5. चाडी
  6. गोरछियों का बेरा
  7. सारणपुरा
  8. हाजीसागर

आऊ का पिन कोड 342311 है। [{आऊ}] गांव शिक्षा के क्षेत्र में काफी हद तक उच्च है जहाँ तक कि यहाँ एक निजी महाविद्यालय [{एनी बिसेन्ट काॅलेज (ABC)}] तथा 10-12 निजी विद्यालय है एवं सह शिक्षा के साथ-साथ यहाँ बालिकाओं के लिए अलग से विद्यालय भी है एवं अंग्रेजी माधयम के भी दो विद्यालय है। चिकित्सा क्षेत्र में भी एक राजकीय चिकित्सालय है जिसमें 1st स्तर के चिकत्सक बैठते हैं [{महर्षि गौतम चिकित्सालय, रा॰ उ॰ मा॰ वि॰ के सामने, आऊ}]

"आऊ" कस्बे में एक 'शिव शक्ति विद्या मन्दिर माध्यमिक विद्यालय' है जो ब्लाॅक स्तर पर द्वितीय रैंक पर आदर्श विद्यालयों में है।

"आऊ" 4 जिलों [जोधपुर, बीकानेर, नागौर एवं जैसलमेर] का मध्य बिन्दू है।

आऊ गांव के ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर करते हैं इस कारण रोजगार का साधन ही यही है। यहाँ बिश्नोई, मेघवाल, भील व जाट जाति के लोगों का आबादी क्षेत्र ज्यादा होने के कारण यहाँ कृषि कार्य को बढ़ावा दिया जाता है। गाँव की भलाई के कार्यो को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं ।

आउ गांव में एक विशाल गोसाईं बाबा का मंदिर हैं तथा इसी वजह से आऊ गाँव को गोसांई नगरी भी कहते हैं । आऊ गांव में लोकदेवता श्री वीर तेजाजी महाराज व गुरु जम्भेश्वर भगवान के भव्य विशाल मन्दिर निर्मित है जहाँ से हर वर्ष तेजाजी जन्मस्थली खरनाल व मुकाम में भरे जाने वाले मेले में पैदल संघ जाता है जिसमें हजारों श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। आऊ में बाबा उग्रदास जी महाराज का मंदिर है।

आऊ गांव के ज्यादातर लोग खेती पर निर्भर करते हैं इस कारण रोजगार का साधन ही यही है।↵आउ गांव में एक विशाल गोसाईं बाबा का मंदिर हैं ।२०११ की भारतीय राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार गांव की जनसंख्या ४१२९ है।[1] यहां कई सरकारी तथा कई निजी (प्राइवेट विद्यालय) भी है।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Aau village population according 2011 Population". Census2011. अभिगमन तिथि 7 जुलाई 2016. |firstlast1= missing |lastlast1= in first1 (मदद)