आख़िर बहू भी तो बेटी ही है
आख़िर बहू भी तो बेटी ही है (अंग्रेज़ी: एक बहू आख़िरकार बेटी ही होती है) एक भारतीय टेलीविज़न ड्रामा सीरीज़ है जिसका प्रीमियर 30 सितंबर 2013 को सहारा वन पर हुआ था। प्रदीप मिश्रा द्वारा निर्मित, श्रृंखला में पायल राजपूत और प्राची पाठक हैं।[1][2]
आख़िर बहू भी तो बेटी ही है | |
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शैली | नाटक |
विकासकर्ता | वन्दना तिवारी |
लेखक | आनंद वर्धन योगेश विक्रांत |
निर्देशक | प्रभात प्रभाकर |
रचनात्मक निर्देशक | हुमा परवीन विनोद कुमार |
अभिनीत | नीचे देखें |
थीम संगीत रचैयता | ललित सेन चंद्र शेखर वर्मा |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिंदी |
सीजन की सं. | 1 |
एपिसोड की सं. | 135 |
उत्पादन | |
कार्यकारी निर्माता |
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निर्माता | इंपैक्ट टेली नेटवर्क |
छायांकन | शंकर संतोष |
कैमरा स्थापन | मल्टी-कैमरा |
प्रसारण अवधि | 24 मिनट |
मूल प्रसारण | |
प्रसारण | 30 सितम्बर 2013 4 अप्रैल 2014 | –
सारांश
संपादित करेंकहानी एक बहू सिया (पायल राजपूत द्वारा अभिनीत) और सास नौलखा देवी के बीच विकसित होते रिश्ते पर केंद्रित है।[3]
कलाकार
संपादित करें- सिया के रूप में पायल राजपूत
- समर के रूप में आर्यन पंडित
- नौलखा देवी के रूप में प्राची पाठक
- प्रभात के रूप में संगम राय
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Payal Rajput, Prachee Pathak in 'Aakhir Bahu Bhi Toh Beti Hee Hai' | Zee News". Zeenews.india.com. 2013-08-28. अभिगमन तिथि 2016-08-28.
- ↑ "The clash continues… - Delhi". The Hindu. 2013-09-28. अभिगमन तिथि 2016-08-28.
- ↑ Abuzar Tabassum (28 September 2013). "Aakhir Bahu Bhi Toh Beti Hee Hai, The Clash Continues..." The Hindu.