आदि देव
महादेव शिव
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आदि शब्द का अर्थ है सबसे पहले अर्थात् अत्यंत पुरातन | आदि देव शिव को कहा गया है। सृष्टि के निर्माण के लिए परमब्रह्म परमपिता ने जब पुरुष अवतार लिया तब साकार रूप में परमेश्वर को आदि देव कहा गया। इन्ही आदि देव से अखिल ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति बताई गयी है। जो सभी देवों में प्रथम है और जिनकी उत्पत्ति सर्वप्रथम की गयी उन्हें आदि देव कहा गया उनके बिना अन्य देवताओं का कोई अस्तित्व ही नहीं होता।
भगवान शिव के आदि स्वरूप को आदिदेव नाम दिया गया है भक्ति वेदांत स्वामी आदिदेव सरस्वती जीने भगवान शिव के सभी नामों और उनके अर्थों का उल्लेख आदियोगी पीठ नामक पुस्तक में किया गया है। आदियोगी पीठ के पीठाधीश्वर के रूप में स्वयं भक्तिवेदांत स्वामी आदिदेव सरस्वती ने भगवान शिव के संपूर्ण जीवन चरित्र को आदियोगी पीठ पुस्तक में विस्तार से बताया है।