आध्यात्मिक चिकित्सा, वैकल्पिक चिकित्सा की एक शाखा है जो अनेक नामों से जानी जाती है, जैसे- 'ऊर्जा चिकित्सा', 'कम्पन चिकित्सा', जैवक्षेत्र चिकित्सा' 'स्पर्श चिकित्सा', 'दूर चिकित्सा', 'उपचारात्मक स्पर्श', रेकी या क्विगोंग आदि। इस चिकित्सा का आधार यह छद्म-वैज्ञानिक विश्वास है कि य्ह चिकित्सा करने वाले रोगी के अन्दर एक ऊर्जा प्रवाहित करा सकते हैं जो रोगी को ठीक कर दे।

यद्यपि इसका नाम 'ऊर्जा चिकित्स' भी है, किन्तु अधिकांश मामलों में ऐसी कोई ऊर्जा नहीं 'प्रवाहित' की जाती है जिसे नापा जा सके। इसके बजाय वे तथाकथित 'सूक्ष्म ऊर्जा' (subtle energy) की बात करते हैं। इस चिकित्सा के व्यवहारकर्ता इसे अनेक तरह से वर्गीकृत भी करते हैं, जैसे रोगी के पास आकर चिकित्सा (हैंड्स ऑन), 'दूरस्थ चिकित्सा' या 'अनुपस्थित चिकित्सा', आदि।