आनुवांशिक परामर्श
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आजकल बहुत वैज्ञानिकों ने यह
जाना है कि ऐसे कई रोग है जो आनुवांशिक है | यह रोग बहुत खतरनाक होते हैं | इसलिए बेहतर है कि इनकी चिकित्सा पहले ही हो जाए| ऐसे रोगों के चिकित्सा करने वाले को बोलते है जेनेटिक काउंसलर या आनुवांशिक परामर्श| ये लोगों को सलाह देते हैं कि आनुवांशिक रोग क्या है और इसका इलाज कैसे करते है| खास करके उन दांपत्तियों के लिए जिनका नई नई विवाह हुई है| आनुवांशिक परामर्श के कई तरीके है। एक है यह कि म्ररीज़ों को समझाना कि उनकी बीमारी क्या है और कैसे होता है? इस बीमारी को दूर कैसे किया जा सके | एक जेनेटिक काउंसलर को विज्ञान में मास्टर होना चाहिए | एक गर्भवती महिला को आनुवांशिक परामर्श के लिए सूचित किया जाता है जब जन्म के पूर्व का परीक्षण में कोई भी आनुवांशिक रोग की संभावना हैं। परीक्षा के बाद महिला एव्ं उनके घरवालों के आज्ञा के अनुसार यह सोचा जाता है कि गर्भावस्था को जारी रखना है या नहीं | कभी-कभी यह भी होता है कि बच्चे के जन्म क बाद लोग आनुवांशिक परामर्श के लिए जाते हैं अगर बच्चे में कोई समस्या हो तो| ऐसे हालत में काउंसलर बताता है कि इस बच्चे की यह हालत है तो अगले बच्चों में क्या समस्याए हो सकता है और तब उसे क्या करना है| वे पारिवारिक इतिहास देखकर बता सकता है कि इस परिवार में कोई खतरनाक रोग है या नहीं और अगर है तो उस परिवार को क्या करना चाहिए|
आनुवांशिक परामर्श तब किया जाता है जब परिवार में कोई भय्ंकर रोग की संभावना हो, अगर मातृ उम्र ३५ से ज़्यादा हो और पितृ उम्र ४० से ज़्यादा हो, अल्ट्रासाउंड में गलती हो या परिवार इतिहास में कैंसर की प्र्बलता हो| कुछ बीमारिया जैसे टे सेक्स रोग,डाउन सिंड्रोम,सिस्टिक फाइब्रोसिस, रक्त की लाल कोशिकाओं की कमी और मांसपेशीय दुर्विकास जैसे रोग माता-पिता से ही आते हैं| इसलिए इनकी चिकित्सा करना बहुत ज़रूरी हैं | कभी-कभी कैंसर भी आनुवांशिक होता है| यह सब कुछ बताते है एक आनुवांशिक परामर्श| यह पेशा बहुत ही नोबेल है| यह अनेक जान बचाते है और लोगों का ज्ञान ज़्यादा कर देता है | दुःख की बात यह है कि अभी भी हमारे देश में इसकी ज़्यादा चाल नहीं है | अच्छा यहीं होगा कि लोग शादी के पहले एक जेनेटिक काउंसलर से मिलले | हमारे देश में ज़्यादातर लोग शादी के पहले ज्योतिषियों के पास जाते हैं यह देखने के लिए कि तारे सही है या नहीं, लेकिन हम सेहत के बारे में सोचते नहीं है| बेहतर यह होगा कि हम भारतीय नागरिक भी आनुवांशिक रोगों के बारे में सोचे और समय पर सही कदम ले| यह पेशा अमरीका में बहुत नाम हैं |