आर आर दिवाकर

भारतीय राजनेता

रंगनाथ रामचंद्र दिवाकर (1894 - 1990) [1][2]भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबंधित कर्नाटक के एक भारतीय लेखक और राजनीतिज्ञ थे। जो बॉम्बे राज्य से भारतीय संविधान सभा के सदस्य मनोनीत किये गए थे। स्वतंत्रता के बाद उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में कार्य किया।

जीवन परिचय संपादित करें

आर. आर. दिवाकर का जन्म 30 सितंबर 1894 में हुआ था। प्रारंभ से ही उनकी रूचि लेखन कार्य में थी। उन्होंने कन्नड़ भाषायी क्षेत्रों को एक करने के लिए अनेक प्रयास किए।

स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान दिवाकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। बाद में वह, बॉम्बे राज्य से भारत की संविधान सभा और अस्थायी संसद के सदस्य बने। दिवाकर जी ने नेहरू मंत्रिमंडल में (1 अप्रैल 1949 से 15 अप्रैल 1952 तक) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप कार्य किया।।

दिवाकर को 3 अप्रैल 1952 को बॉम्बे राज्य से राज्यसभा के सदस्य के रूप में चुना गया, लेकिन 13 जून 1952 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया। दो दिन के भीतर उन्हें बिहार का राज्यपाल (15 जून 1952 से 5 जुलाई 1957) तक नियुक्त किया गया।

1962 में मैसूर (कनार्टक) राज्य से उन्हें राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया जहाँ उन्होंने 1968 तक सेवा की।

1968 के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली, और दिवाकर अंग्रेजी, कन्नड़ और हिंदी में कई पुस्तकों के लेखक के रूप में कार्य करने लगे। 15 जनवरी 1990 को लम्बी आयु में उनकी मृत्यु हो गई।

सन्दर्भ की झलक संपादित करें

  1. "Obituary References - Second Session of the Ninth Lok Sabha" (PDF). Lok Sabha Debates. 2 (1): 19. 8 July 1992. अभिगमन तिथि 18 April 2020.
  2. Sarkar, C., संपा॰ (1990). Vidura. C. Sarkar. पृ॰ 38. अभिगमन तिथि 28 February 2018.