आवरी माता मंदिर
यह लेख सामान्य उल्लेखनीयता निर्देशों के अनुरूप नहीं है। कृपया विषय के बारे में विश्वसनीय स्रोत जोड़कर उल्लेखनीयता स्थापित करने में सहायता करें। यदि उल्लेखनीयता स्थापित न की जा सकी, तो लेख को विलय, पुनर्निर्देशित अथवा हटाया जा सकता है।
स्रोत खोजें: "आवरी माता मंदिर" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR) |
आवरी माता मन्दिर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले की भदेसर तहसील के आसावरा गांव में है। [1] आसावरा गांव पहाड़ियों और झरनों वाले क्षेत्र में स्थित है। इसमें एक तालाब और हनुमान का एक मंदिर है। परंपरागत रूप से यहां पक्षाघात और पोलियो के इलाज की तलाश में लोगों द्वारा दौरा किया जाता है। मंदिर देवी अावरी माता को समर्पित है।[2]
आवरी माता | |
---|---|
धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिंदू |
त्यौहार | नवरात्रि |
अवस्थिति जानकारी | |
ज़िला | चित्तौड़गढ़ |
राज्य | राजस्थान |
देश | भारत |
भौगोलिक निर्देशांक | 24.6286° N, 74.4987° E |
मंदिर संख्या | 1 |
अवधारणा
संपादित करेंऐसा माना जाता है कि मंदिर में लोगों को ठीक करने की विशेष शक्तियां हैं और भक्त कई बीमारियों से खुद को ठीक करने के लिए इस मंदिर में आते हैं जो पुरानी हैं और वर्षों से लाइलाज बनी हुई हैं।[1] ऐसे कई लोग हैं जो अपने परिवार के साथ आते हैं और अपने परिवार के सदस्यों को पूरी तरह से ठीक करने की आश में रहते हैं और मंदिर भी जाते हैं हालांकि प्रमाणित नहीं है कि यहां रोग मिट जाते हैं।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "Avari Mata Temple Chittorgarh | Avari Mata Temple Rajasthan". completerajasthan.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2021-12-22.
- ↑ "Avari Mata temple, Bhadesar, Chittorgarh, Rajasthan". ApniSanskriti - Back to veda (अंग्रेज़ी में). मूल से 22 दिसंबर 2021 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2021-12-22.
- ↑ "Avari Mata Temple in Chittorrgarh | Avari Mata Temple History & Information". Rajasthan Direct. अभिगमन तिथि 2022-01-17.