आसन, हनुमान नगर (खिंवताना)

आसन- राजस्थान के नागौर जिलें में स्थित डेगाना से लगभग २१ किलोमीटर उत्तर दिशा में जायल तहसील की सीमावर्ती जगह है, जिसका राजस्व गांव खिंवताना है। इस जगह का इतिहास बहुत ही प्राचीन है। कहा जाता है कि यहां प्राचीन काल में एक संत महापुरुष रहते थे, जिनकी समाधि बनी हुई है और साथ ही उनके चेलों की समाधियां भी स्थित हैं। यहां पर एक गुफा और मठ भी हैं। संत पीर बाबा की गद्दी के नाम पर इस जगह का नामकरण आसण पड़ा। ऐसी मान्यता है कि यहां पर एक खोखर जाति का एक आदमी बाबा की शरण में अपनी जान बचाने के लिए आकर रुका था उसी आदमी का वंश आज इस पावन पवित्रा भूमि पर वास करता है। यहां शिव भगवान, माताजी, रामा पीर, गोगा जी के मंदिर स्थित हैं। इस वंश का प्रत्येक आदमी सुबह पीर बाबा की समाधि पर माथा टेकने जाता है और पीर बाबा जी लोगों की मनोकामना पूर्ण करते हैं। यहां के लोग बहुत ही पक्षी व प्रकृति प्रेमी है। इस पवित्र भूमि पर एक सुन्दर और बहुत बङा सत्यवादी वीर तेजाजी महाराज का मन्दिर भी है। यहाँ की पवित्र भूमि पर सभी जाट समाज के लोग रहते हैं। हनुमान नगर - छपार बालाजी-आसन खिंवताना से तीन किलोमीटर दक्षिण दिशा में हनुमान जी का छपार नाडी में भव्य मंदिर स्थित है। इसी हनुमान जी के मंदिर के नाम पर आसपास जाखडों की ढाणी, खोखरों की ढाणी, गुर्जरों की ढाणी को मिलाकर डेगाना पंचायत समिति के अन्तर्गत एक नये राजस्व गांव का नामकरण हनुमान नगर के नाम से किया गया।