आहारीय क्रोमियम उच्च रक्तचाप पर निंयत्रण रखने में सहायता होता है और मधुमेंह को रोकता है। यह मांसपेशिओं को रक्त में शर्करा लेने और चर्बीदार कोलेस्ट्रॉल संशलेषण को नियंत्रित करने में भी सहायता करता है। यह रक्त शर्करा के स्तरों को समतल रखता है, इसकी कमी से ऐसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है जिसे मध्यम मधुमेह से कठिनाई से ही अलग पहचाना जा सकता है।

आयु के साथ क्रोमियम की आपूर्तियां हो जाती है। शरीर में क्रोमियम का भंडार कठोर व्यायाम, चोटों और शल्य-चिकित्सा से भी कम हो जाता है। कुछ अनुसंधान कर्ता विश्वास करते हैं कि पर्याप्त क्रोमियम धमनियों को कडे होने से रोकने में मदद कर सकता है। क्रोमियम रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बनाए रखता है। साथ ही खून में वसा की मात्रा को भी सामान्य रखता है। इसे प्रतिदिन 50 से 200 माक्रोग्राम तक ही लें। मधुमेह और मिर्गी के रोगियों को क्रोमियम लेने से पहले डांक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए।

क्रोमियम के स्रोत-सम्पूर्ण अनाज, खमीर, खुंबी, मक्के का तेल, सील मछली, जिगर और बीयर।