इंटरस्टेल्लर बाउंड्री एक्सप्लोरर उपग्रह
इंटरस्टेल्लर बाउंड्री एक्सप्लोरर उपग्रह (लघुनाम:आईबेक्स) अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के द्वारा कुछ समय से लगातार सिमटती जा रही सौर वायु के अध्ययन हेतु छोड़ा गया एक अंतरिक्ष यान है।[1] यह यान सौर वायु के बारे में जानकारी प्राप्त करेगा जो विभिन्न ग्रहों की ब्रह्माण्डीय किरणों से सुरक्षा करती है। अगले दो वर्षो तक आईबेक्स द्वारा सौर प्रणाली और अंतरतारकीय आकाश के बारे में गहन जानकारी और उसके चित्र भी मिलते रहेंगे। सौर प्रणाली और अंतरतारकीय क्षेत्र की यह सीमा अति महत्वपूर्ण है क्योंकि वह विभिन्न हानिकारक किरणों से सुरक्षा करती है। यदि इसके अभाव में वे किरणें धरती तक पहुंच जाएं तो उससे काफी नुकसान पहुंच सकता है।
लक्ष्य प्रकार | ऑर्बिटर |
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का उपग्रह | पृथ्वी |
कक्षीय प्रविष्टि तिथि | 2008-10-19, 18:21:00 UTC |
लॉन्च तिथि | 2008-10-19, 17:47:23 UTC |
धारक रॉकेट | L-1011 TriStar / Pegasus XL |
लॉन्च स्थल | Air-launch, near Kwajalein Atoll |
अभियान काल | ~2 years elapsed: 16 वर्ष, 1 महीने और 5 दिन |
कॉस्पर आई डी | 2008-051A |
गृह पृष्ठ | http://www.ibex.swri.edu/ |
कक्षीय तत्व | |
एक्सेन्ट्रिसिटी | 0.0 |
झुकाव | 10.989999771118164° |
कक्षीय अंतराल | 6,604.0 minutes |
भू - दूरस्थ | 220,886.0 km |
भू - समीपक | 7,000.0 km |
कक्षा/दिवस | < 1 |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ सोलर विंड के अध्ययन के लिए नासा ने छोड़ा यान[मृत कड़ियाँ]। दैट्स हिन्दी। २० अक्टूबर २००८। समाचार एजेंसी डीपीए