इंदिरा देवी धनराजगीर

भारतीय कवयित्रि

इंदिरा देवी धनराजगीर (जन्म 17 अगस्त 1930) हैदराबाद से फोटो खींचने की शौकीन और भारतीय-अंग्रेज़ी कवयित्री हैं। उन्हें सामान्यतः राजकुमारी इंदिरा देवी के नाम से जाना जाता है।[1] उन्हें सन् 1973 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया।[2][3]

राजकुमारी इंदिरा देवी धनराजगीर
जन्म17 अगस्त 1930 (1930-08-17) (आयु 94)
हैदराबाद, तेलंगाना, ब्रिटिश भारत
पेशाराजकुमारी
राष्ट्रीयताभारतीय
उल्लेखनीय कामsरिटर्न एटर्निटी (1965)
पार्टिंग्स इन मिमोसा (1968)
मेमोरीज ऑफ़ द डेक्कन (2008)
जीवनसाथीगुंटूर शेषेन्द्र शर्मा

सन् 1970 ई॰ में उन्होंने तेलुगू कवि गुंटूर शेषेन्द्र शर्मा के साथ विवाह किया।[1]

वो आन्ध्र प्रदेश सरकार की हिन्दी अकादमी की पहली अध्यक्ष बनीं। वो 1968 में तेलुगु लेखक सम्मेलन की उपाध्यक्ष भी रहीं।[1] वो आन्ध्र प्रदेश सरकार के राज्य हस्थशिल्प बोर्ड और आन्ध्र प्रदेश साहित्य अकादमी उर्दू समिति के सलाहकार मंडल में भी काम कर चुकी हैं।[1]

सन् 1973 में उन्हें कृष्ण श्रीनिवास द्वारा साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया।[2] यह नामांकन पाने वाली वो पहला भारतीय महिला हैं।

नवम्बर 2019 में हैदराबाद विश्वविद्यालय में उनके सम्मान में राजकुमारी इंदिरा देवी सभागृह का उद्घाटन किया गया।[4][5][6]

  1. Manjulatha Kalanidhi (21 March 2020). "Rare glimpses of Hyderabad, as seen by Rajkumari Indira". The New Indian Express. अभिगमन तिथि 2 January 2024.
  2. "Nobelarkivet-1973" (PDF). svenskaakademien.se. अभिगमन तिथि 2 January 2024.
  3. "Nomination Archive - Indira Devi Dhanrajgir". NobelPrize.org. March 2024. अभिगमन तिथि 14 March 2024.
  4. "UoH to convert Golden Threshold into cultural hub". द टाइम्स ऑफ़ इंडिया. 6 नवम्बर 2019. अभिगमन तिथि 19 अक्टूबर 2024.
  5. आफ्रीन, साइमा (7 नवम्बर 2019). "Cultural and literary Hub at Golden Threshold". द न्यू इंडियन एक्सप्रेस. अभिगमन तिथि 19 अक्टूबर 2024.
  6. "UoH to convert Golden Threshold into culture hub". द हिन्दू. 7 नवम्बर 2019. अभिगमन तिथि 19 अक्टूबर 2024.