इज़-उन-निस़ा बेगम मुगल बादशाह शाह जहाँ की तीसरी पत्नी थीं। वे अकबराबादी महल के नाम से मशहूर थीं। यह संभवतः उनके आगरा (अकबराबाद) से होने का संकेत करता है।[1][3] उनके नाम पर पुरानी दिल्ली में अकबराबादी मस्जिद बनायी गई थी। ).[4] वे सरहिंदी बेगम के नाम से भी जानी जाती थीं। [2]

इज़-उन-निस़ा बेगम
निधन28 जनवरी 1678[1]
आगरा, भारत
समाधि
सिरहिंदी बेगम का मकबरा, पुरानी दिल्ली[2]
जीवनसंगीशाह जहाँ, (2 सितंबर 1617 से 22 जनवरी 1666)
संतानजहाँ अफरोज़ मिर्ज़ा
घरानाटिमुरीड सल्तनत
पिताशाहनवाज़ ख़ान
धर्मइस्लाम
  1. Awrangābādī, Shāhnavāz Khān; Shāhnavāz, ʻAbd al-Ḥayy ibn; Prashad, Baini (1952). The Maāthir-ul-umarā: being biographies of the Muhammādan and Hindu officers of the Timurid sovereigns of India from 1500 to about 1780 A.D. (अंग्रेज़ी में). Asiatic Society. पृ॰ 924.
  2. Sarker, Kobita (2007). Shah Jahan and his paradise on earth : the story of Shah Jahan's creations in Agra and Shahjahanabad in the golden days of the Mughals (1. publ. संस्करण). Kolkata: K.P. Bagchi & Co. पृ॰ 39. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788170743002.
  3. Blake, Stephen P. (2002). Shahjahanabad : the sovereign city in Mughal India, 1639–1739. Cambridge: Cambridge University Press. पृ॰ 63. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780521522991.
  4. Fanshawe, H. C. (1998). Delhi, Past and Present (अंग्रेज़ी में). Asian Educational Services. पृ॰ 43. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9788120613188.