इटाखुलि की लड़ाई (1682)
इटाखुली की लड़ाई 1682 में अहोम साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के बीच लड़ा गया था जिसमें अहोमों ने मानस नदी के पश्चिम में मुगल नियंत्रण को पीछे धकेल दिया। ब्रिटिश कब्जे तक मानस अहोम-मुगल सीमा रहा। मुख्य लड़ाई ब्रह्मपुत्र नदी पर एक गैरीसन द्वीप पर लड़ी गई थी, जिसमें मुगल फौजदार, मंसूर खान, हार गया था और शेष बचे हुए मुग़ल सेना को अहोम सेना ने मानस नदी तक पीछा किया। इस जीत के साथ, अहोमों ने कामरूप क्षेत्र मुगलों से पुनः प्राप्त कर लिया।[1][2]
इटाखुलि की लड़ाई | |||||||
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the अहोम-मुगल संघर्ष का भाग | |||||||
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योद्धा | |||||||
अहोम साम्राज्य | मुगल साम्राज्य | ||||||
सेनानायक | |||||||
दिहिंगिया अलुन बोरबरुआ | मंसूर खान, अली अकबर |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ (Sarkar 1992, p. 253)
- ↑ John F. Richards (1993). The Mughal Empire. Cambridge University Press. पृ॰ 247.