इण्डोनेशिया के मंदिर (चाण्डि)

इंडोनेशिया में ४थी से १५वीं सदी के दौरान बने हिन्दू और बौद्ध मन्दिरों और अन्य पुण्यस्थानों को जावा भाषा में चाण्डि कहा जाता है। इसके अतिरिक्त प्राचीन गैर-धार्मिक निर्माण जैसे द्वार, नगरीय खंडहर और स्नान स्थानों को भी "चाण्डि" कहा जाता है। यह शब्द 'चण्डिका' (दुर्गा) या पालि शब्द 'चेदि' (संस्कृत- चैत्य) का अपभ्रंश लगता है।

शब्दावली संपादित करें

'चाण्डि' शब्द सामान्यतः भारतीय मंदिरों की तरह एककक्षीय संरचनाओं के लिए प्रयुक्त किया जाता है , जिनमें द्वारमण्डप और इसके ऊपर पिरामिडीय शीर्ष हो।[1]

छबिदीर्घा संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Philip Rawson: The Art of Southeast Asia

इन्हें भी देखें संपादित करें