इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर

माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित वेब ब्राउज़र
(इन्टरनेट एक्स्प्लोरर से अनुप्रेषित)

विण्डोज़ इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर (पूर्व नाम:माइक्रोसॉफ्ट इण्टरनेट ऍक्सप्लोरर, लघुनामsex

विण्डोज़ इण्टरनेट ऍक्स्प्लोरर
प्रचालन तंत्र विण्डोज़ ९५ से उत्तरोत्तर सभी संस्करणों के संग
विकास स्थिति उपलब्ध
ऍम॰ ऍस॰ आइ॰ ई॰ या आइ॰ ई॰) ग्राफ़िकल वेब ब्राउज़रों की एक श्रेणी है, जिसका विकास माइक्रोसॉफ्ट कंपनी ने किया है। यह माइक्रोसॉफ्ट द्वारा १९९५ से जारी व चालू विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम लाइन का एक सॉफ्टवेयर है। १९९९ से बहुप्रचलित ये ब्राउज़र २००२-०३ के बीच प्रयोग का ९५% प्रतिशत श्रेय लेता रहा है। उस समय आइ॰ ई॰-५ एवं आइ॰ ई॰-६ प्रचलन में रहे थे।

इंटरनेट एक्स्प्लोरर माइdक्रोसोफ्ट का वेब ब्राउज़र है। हाल ही में इसका लॉन्च किया गया नया संस्करण आई.ई-८ है। माइक्रोसोफ्ट के अनुसार यह अब तक का सर्वोत्तम ब्राउज़र है।[1] नया आईई पुराने संस्करणों से ४०% तेजी से खुलता है। यह पन्नों को तेजी से रेंडर करता है और वीडियो भी तेजी से चलाता है। गूगल के अनुसार भी यह ब्राउजर फायरफोक्स और क्रोम दोनों से तेज है। इसमें दो ऐसी सुविधाएँ जोड़ी गई हैं जिससे प्रयोक्ताओं को काफी सुरक्षा मिलती है। एक है क्रोस साइट फिशिंग, यानी कि आईई8 वेबपन्नों पर रखी गई हानिकारक स्क्रिप्ट की पहचान कर लेता है और ऐसे पन्नों को खोलता नहीं है, जिससे प्रयोक्ताओं के कंप्यूटर में ऐसी स्क्रिप्ट स्थापित नहीं हो पाती। दूसरी सुविधा है क्लिक-हाइजेकिंग, कई बार प्रयोक्ताओं को कोई बटन दिखाया जाता है जिसे दबाने पर नया पन्ना खुलेगा ऐसा बताया जाता है, परंतु वह वास्तव में हाइजैकिंग स्क्रिप्ट होती है जिससे कोई हानिकारक सक्रिप्ट कंप्यूटर में स्थापित हो जाती है। आईई8 ऐसी किसी भी स्क्रिप्ट को रोक देता है।

आईई8 के टैब पेनल में भी बदलाव किये गए हैं। अब एक ही प्रकार की साइटें पास पास खुलती है और एक ही समूह की साइटों की टेब का रंग भी एक जैसा होता है जिससे प्रयोक्ताओं को टेब पन्नों को पहचानने में आसानी रहती है। इसके अलावा आईई 8 में एक विशेष सुविधा है एक्सीलरेटर। किसी भी वेबपेज के किसी भी शब्द को चुनने करने पर एक नीले रंग का बटन मिलता है जिसमें कई लिंक होते हैं जैसे कि गूगल मेप में ढूंढे, विकी पर देखें आदि। इससे प्रयोक्ता का समय बचता है।