इंद्रकील पर्वत उत्तराखंड के उत्तरकाशी के गमरी पट्टी में एक पर्वत है। स्थानिय लोग इसे इदल कयान के नाम से भी पुकारते हैं। यह पर्वत महाभारत से संबंधित माना जाता है।[1][2] इतिहासकारों के अनुसार, यहां अर्जुन ने नये शस्त्रास्त्र प्राप्त करने के लिए तपस्या की थी।[3]

संदर्भ संपादित करें

  1. admin (2019-09-12). "उत्तरकाशी: पर्वतों की श्रेणी में एक नाम इन्द्रकील पर्वत भी,महाभारत की जनश्रुतियों और आस्था से भरे पर्वत को भी इंतजार है धार्मिक पर्यटन के नक्शे में आने का". सनसनी सुराग No.1 न्यूज़ पोर्टल (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2020-05-19.[मृत कड़ियाँ]
  2. Kohli, Narendra (2020-02-04). Shikhandi. Vani Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-89563-94-8.
  3. "इंद्रकील".