इरावती नदी
इरावती या इरावदी बर्मा की एक प्रमुख नदी है। यह नदी बर्मा के उत्तर से दक्षिण की दिशा मे बहते हुए बर्मा को दो भाग मे विभाजित करती है। इस नदी की लंबाई २१७० किलोमीटर है और यह बर्मा मे बहने वाली सबसे लंबी नदी है। इरावती नदी एक प्रमुख व्यापारिक नौका मार्ग भी है। यह म्यांमार की जीवन रेखा के नाम से भी जानी जाती है तथा मांडले शहर इसके किनारे स्थित है और इरावदी व चिंदविन नदियों के बीच स्थित क्षेत्र कपास के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है तथा इरावदी और सितांग नदियों का डेल्टा भाग म्यांमार के चावल के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध है।
इरावदी नदी Irrawaddy River / ဧရာဝတီမြစ် | |
नदी | |
बर्मा के भौतिक मानचित्र पर इरावदी नदी का मार्ग
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देश | ![]() |
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राज्य | कचिन राज्य |
उपनदियाँ | |
- बाएँ | छिन्दविन, मू |
- दाएँ | म्यित्न्गे |
स्रोत | 28°22′0″N 97°23′0″E / 28.36667°N 97.38333°Eनिर्देशांक: 28°22′0″N 97°23′0″E / 28.36667°N 97.38333°E |
- स्थान | माली नदी[1] |
मुहाना | 28°4′0″N 98°8′0″E / 28.06667°N 98.13333°E |
- स्थान | अण्डमान सागर व बंगाल की खाड़ी |
- ऊँचाई | 0 मी. (0 फीट) |
लंबाई | 2,170 कि.मी. (1,348 मील) |
जलसम्भर | 4,13,710 कि.मी.² (1,59,734 वर्ग मील) |
प्रवाह | |
- औसत | 13,000 मी.³/से. (4,59,091 घन फीट/से.) |
नामोत्पत्तिसंपादित करें
इरावती नदी नदी का नाम संस्कृत शब्द इरावती या ऐरावत से आया है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार इरावती एक पवित्र नदी एवम एक देवी का नाम है और एरावत उनके पुत्र का नाम था जो कि देवराज इन्द्र के वाहन थे।[2]
नदी मार्गसंपादित करें
उत्तरी बर्मा मे स्थित एनमाइ एवम माली नदी का संगम इरावती नदी का उद्गम स्थान है। अंडमान सागर से २९० किलोमीटर पुर्व यह नदी एक विशाल डेल्टा का निर्माण करती है। इस डेल्टा के पश्चिमी एवम पूर्वी सीमा क्रमशः पाथेन(बासेन) एवम यांगोन नदी बनाती है।
इन्हें भी देखेंसंपादित करें
सन्दर्भसंपादित करें
- ↑ James R Penn (2001) Rivers of the World Archived 2016-01-11 at the Wayback Machine. Santa Barbara, Calif. [u.a.] ABC-Clio ISBN 1-57607-042-5, ISBN 978-1-57607-042-0. Page 115 paragraph 2, retrieved July 16, 2009
- ↑ "म्यन्मार की नदीयॉ". मूल से 16 मई 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 मई 2009.