इलाहाबाद बाईपास द्रुतगामी मार्ग

इलाहाबाद बाईपास द्रुतगामी मार्ग ८४.७०८ किमी (५२.६३५ मील) लम्बा उपयोग नियंत्रित राजमार्ग है। भारत का सबसे लम्बा बाईपास होने के साथ साथ यह स्वर्णिम चतुर्भुज का एक हिस्सा भी है। इस राजमार्ग के बन जाने से राष्ट्रीय राजमार्ग २ पर चलने वाले वाहनों को इलाहबाद नगर के भीतर से होकर नहीं जाना पड़ता तथा इससे नगर की यातायात व्यवस्था सुधरने के साथ-साथ ही लोगों के समय व ईंधन की बचत भी हो जाती है।

इलाहाबाद बाईपास द्रुतगामी मार्ग
मार्ग की जानकारी
लंबाई: 85 कि॰मी॰ (53 मील)
अस्तित्व में: २००९[1] – present
प्रमुख जंक्शन
आरम्भ: कोखराज
तक: हंडिया
इलाहाबाद बाईपास द्रुतगामी मार्ग

इस द्रुतमार्ग के कुछ हिस्सों का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने विश्व बैंक से ऋण सहायता द्वारा किया है।[2] पूरे काम को ३ अनुबंध पैकेजों में विभाजित किया गया था। इस परियोजना में मौजूदा रा.रा-२ के २६०८ किमी मार्ग को ४-लेन तक चौड़ा करना तथा ८२ किमी के नए द्रुतमार्ग का निर्माण करना शामिल था।

इलाहाबाद बाईपास कोखराज में रा.रा-२ से शुरू होता है। २ किमी (१.२ मील) राजमार्ग के साथ ही चलने के बाद यह अलग हो जाता है, और फिर ८२.१० किमी (५१.०१ मील) के लिए इलाहाबाद नगर के उत्तर दिशा की ओर से गुजरता है।[3] हंडिया के पास यह रा.रा-२ से दोबारा जुड़ता है और ०.६०८ किमी (०.३७८ मील) चलने के बाद इसका राजमार्ग में ही विलय हो जाता है।

इन्हें भी देखें

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  1. "Allahabad bypass expressway". mapsofindia. मूल से 19 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2017.
  2. "Allahabad Bypass Project". World Bank. मूल से 9 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2017.
  3. "Allahabad Bypass Project, Construction supervision services for road packages expressions of interest". The National Highways Authority of India. मूल से 13 जून 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 अक्तूबर 2017.