ईवर आसेन (Ivar Aasen ; १८१३-९६) नार्वे के भाषावैज्ञानिक थे। उन्होने नार्वे के लोकजीवन, साहित्य और गीतों का गहरा अध्ययन किया था। उसी लोकभाषा को कुछ हेर फेर कर एक नई लोकभाषा को इन्होंने जन्म दिया जो अत्यन्त लोकप्रिय हुई । बाद में लोकजीवन पर लिखनेवाले विद्वानों ने इसी को अपनाया। कुछ उत्साही वर्ग इसी को राजभाषा बनाने के पक्ष में थे। साहित्य के इतिहास में आसेन ही ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने एक ऐसी नवीन भाषा का निर्माण किया जो इतनी जनप्रिय भी हुई।

ईवर आसेन (Ivar Aasen)
Ivar Aasen (1881)
Ivar Aasen (1881)
जन्मIver Andreas Aasen[1]
5 अगस्त 1813
Ørsta, Norway
मौत23 सितम्बर 1896(1896-09-23) (उम्र 83 वर्ष)
Christiania, Norway
पेशाPhilologist, lexicographer, playwright, poet
भाषाNorse dialects
राष्ट्रीयताNorwegian

हस्ताक्षर

उनका जन्म सैडमोर (नार्वे) में हुआ था।

  1. Aasentunet Biografi (in Norwegian). Retrieved 28 February 2017