उजाड़ नदी को अन्नपूर्णा नदी भी कहा जाता है इस नदी में वर्षभर पानी रहता हे! इस पर मऊ बोरदा महू महल के पास तलहटी पर भीमसागर बांध (झालावाड़) बनाया गया है। इस नदी का क्रेट एरिया मां राता देवी मंदिर असनावर स्थित है। तथा शैल गढ़ी महादेव जी पवित्र स्थान है। तथा यह नदी कालीसिंध नदी में हरिपुरा - गुड़ला (कोटा)पास मिल जाती हैं। बरसात में अधिक वर्षा होने पर यह नदी अपना विकराल रूप ले लेती हैं। और सांगोद,खानपुर ,दहीखेड़ा में बाढ़ ला देती हैं। और कही गावों व फसलों को उजाड़ कर खुद को उजाड़ नदी सिद्ध कर देती हैं।