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(जनवरी 2017) |
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उज्जयिनियिले राप्पकलुकळ मलयालम भाषा के विख्यात साहित्यकार विष्णु नारायणन नम्बूतिरी द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1994 में मलयालम भाषा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]