उत्तराखण्ड के नगर निगमों की सूची

नगर निगम उत्तराखण्ड राज्य के नगरों की स्थानीय शासी निकाय हैं। इस भारतीय राज्य में 9 नगर निगम हैं। 9 दिसंबर 1998 में बना देहरादून नगर निगम राज्य का सबसे बड़ा और पुराना नगर निगम है, 1998 में उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा देहरादून को नगर निगम घोषित किया गया जब कि वर्ष 2000 में उत्तराखंड राज्य बनने पर देहरादून का नगर निगम का दर्जा समाप्त कर दिया गया और वर्ष 2003 में उत्तराखंड सरकार द्वारा देहरादून को पुनर्गठित कर इसे नगर निगम घोषित किया गया। वर्ष 2011 में हरिद्वार और हल्द्वानी नगरपालिकाओं को नगर निगम बनाने के बाद राज्य सरकार ने 2013 में रुद्रपुर, काशीपुर और रुड़की को, और फिर 2017 में ऋषिकेश और कोटद्वार एवं 31 दिसंबर 2021 को श्रीनगर की नगरपालिका को भी नगर निगम का दर्ज़ा दे दिया।

नगर निगमों की सूची संपादित करें

नगर निगम नगर स्थापना नगर निगम वार्डों की संख्या जनसंख्या (२०११) महापौर
देहरादून नगर निगम देहरादून 1967 २००३ १०० ५,७८,४२० सुनील उनियाल गामा (भाजपा)
हल्द्वानी नगर निगम हल्द्वानी, काठगोदाम १९४२ २०११ ८० ३,५६,०६० जोगिन्दर रौतेला (भाजपा)-
हरिद्वार नगर निगम हरिद्वार १८६८ २०११ ८० २,२५,२३५ मनोज गर्ग (भाजपा)
रुद्रपुर नगर निगम रुद्रपुर २०१३ ६० १,४०,८८४ सोनी कोली (भाजपा)
काशीपुर नगर निगम काशीपुर १८७२ २०१३ ४० १,२१,६१० उषा चौधरी (निर्दलीय)
रुड़की नगर निगम रुड़की 1868 2019 40 1,56,323 गौरव गोयल (निर्दलीय)
ऋषिकेश नगर निगम ऋषिकेश २०१७ ७०,४९९ anita Mamgain([ BJP ])
कोटद्वार नगर निगम कोटद्वार १९५१ २०१७ 89 ३३,०३५ मेयर -हेमलता नेगी(Congress)
श्रीनगर नगर निगम श्रीनगर[1] १८९० २०२१ 101 ३७९११

मानचित्र संपादित करें

इन्हें भी देखें संपादित करें

सन्दर्भ संपादित करें

  • "उत्तराखंड राज्य में स्थित नगर निगमों/नगर पालिका परिषदों/नगर पंचायतों की सूची" (PDF). उत्तराखण्ड सरकार. २० जुलाई २०१४. मूल (PDF) से 23 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 सितम्बर 2017.
  1. "उत्तराखंड: प्रदेश का नौवां नगर निगम बना श्रीनगर, नगर पालिका और 21 गांवों को मिलाकर हुआ गठन". अभिगमन तिथि 1 जनवरी 2022.